Rajasthan News: जलसंसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि राजस्थान एवं हरियाणा राज्य की साझी नहर भाखड़ा मेन लाइन से राज्य को अपने हक का पूरा पानी नहीं मिल पाने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में रिट लगाई गई है।

उन्होंने कहा कि राज्य के हिस्से का पूरा पानी लेने के लिए हरियाणा द्वारा नोहर फीडर के जीर्णोद्धार कार्य करवाकर इसकी क्षमता बढ़ायी जानी है। इन कार्यों के लिए राज्य सरकार द्वारा पीएफआर तैयार की जा चुकी हैं तथा डीपीआर हेतु कारवाई प्रक्रियाधीन है।

जलसंसाधन मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्यों द्वारा पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा में पानी प्राप्त करने के लिए 10 बार हरियाणा सरकार को पत्र लिखा जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस मामले में केन्द्रीय जल आयोग तथा केन्द्र सरकार से भी समय-समय पर आग्रह किया गया है। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकलने के कारण राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में सर्वोच्च न्यायलय में रिट लगाई गई है।

इससे पहले जलसंसाधन मंत्री ने विधायक बलवान पूनियां के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि राजस्थान को सतलुज वाटर वाया हरियाणा भाखड़ा मैन लाईन के माध्यम से नोहर सिंचाई प्रणाली हेतु सीपी-4 तथा सिद्धमुख एवं अमरसिंह सब ब्रांच हेतु सीपी-5 पर प्राप्त होता है। भाखड़ा मैन लाईन राजस्थान एवं हरियाणा राज्य की सांझी नहर है (कॉमन कैरियर चैनल)। जब हरियाणा में पानी की मांग अधिकतम होती है तब राजस्थान की नहरों को पूरा पानी नही मिल पाता है। किन्तु औसतन आधार पर लगभग पूरा पानी प्राप्त होता है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान को हिस्से के अनुसार पूरा पानी नहीं मिलने पर हरियाणा व बीबीएमबी के अधिकारियों से वार्तालाप व पत्राचार द्वारा तथा बीबीएमबी चण्डीगढ़ में होने वाली तकनीकी समिति की मासिक बैठक में इस मुद्दे को उठाकर राजस्थान के हिस्से का पूरा पानी लेने का प्रयास किया जाता है।

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