हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के मोरोद स्थित शासकीय ज्ञानोदय आवासीय स्कूल के छात्र मंगलवार यानी 25 जुलाई को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए। स्कूल में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर बड़ी संख्या में एकत्रित हुए छात्र कलेक्टर ऑफिस के गेट पर धरने पर बैठे। वहीं भूख से बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। करीब 2 घंटे प्रदर्शन करने के बाद कलेक्टर बच्चों से मिलने आए। इससे पहले वो स्थानीय विधायक के साथ दूसरी समस्याओं पर कैबिन में बैठकर प्रदर्शन करते रहे, उन्होंने बच्चों की चिंता नहीं की।
रैली निकालकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचे बच्चों ने ‘कलेक्टर साहब बाहर आओ, करके आवाज लगाई। भूखे प्यासे बच्चों को जब प्रशासन ने पानी की बॉटल दी तो छात्रों ने लौटा दी और कहा कि जब तक कलेक्टर खुद बाहर आकर बात नहीं करेंगे, तब तक हम ना तो यहां से जाएंगे और ना ही कुछ खाएंगे।
विधायक से चर्चा करते रहे कलेक्टर साहब
दरअसल बच्चों के प्रदर्शन के बीच वहां स्थानीय बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला पहुंचे और वो सीधे कलेक्टर के कैबिन में पहुंच गए। करीब 15 मिनट तक विधायक रमेश मेंदोला से कलेक्टर इलैया राजा टी अपनी जनसुनवाई छोड़कर चर्चा करते रहे। कॉलोनी की कुछ समस्या को लेकर विधायक कुछ लोगों के साथ कलेक्टर से मिलवाने पहुंचे थे। कलेक्टर ने जनसुनवाई के बाहर विधायक के साथ कैबिन से निकलकर उनकी समस्याएं सुनी।
इसके बाद अपर कलेक्टर और एसडीएम के कहने पर कलेक्टर कार्यालय के गेट से अंदर उन्हें लाया गया. बच्चों के बेहोश होने की सूचना के बाद कलेक्टर नीचे उतरे और बच्चों से मिलने पहुंचे। दो घंटे बाद कलेक्टर ने बच्चों की समस्या सुनी। इससे पहले कलेक्टर का इंतजार कर रहे बच्चों ने जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। मुलाकात के बाद कलेक्टर ने उनकी समस्या का निराकऱण करने का आश्वासन दिया है। फिर जाते जाते बच्चों ने कलेक्टर जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
कलेक्टर से मिलने पर अड़े थे छात्र
बच्चों की मांग है कि हॉस्टल में खाने की व्यवस्था सही कराई जाए, सुरक्षा प्रर्याप्त नहीं, प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराई जाए, बुक की समस्यां समेत कई मुद्दे थे। इन मुद्दों पर कलेक्टर से ही बात करने पर बच्चे अडे हुए थे। अब कलेक्टर ने आश्वासन दिया है, लेकिन कब तक मांगें पूरी होती है, देखने वाली बात होगी।
इंदौर के मोरोद स्थित शासकीय ज्ञानोदय आवासीय स्कूल के बच्चे स्कूल में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर रैली निकाली। स्कूल छात्र रैली के रूप में निकले और करीब 20 किलोमीटर दूर कलेक्टर ऑफिस तक पैदल गए। इस दौरान रैली में भूखे पेट छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। जिला प्रशासन ने बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को स्कूल की तीसरी मंजिल से गिरने से विपिन नामक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्कूल के छात्र अब अपने साथी छात्र के गिरने के लिए रैली निकाल रहे। छात्रों ने इस मामले में स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही बच्चों ने प्रबंधन पर कई अन्य आरोप भी लगाए हैं।
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