बीजापुर। एक वक्त था जब पुरुष नौकरी या व्यापार करते थे और महिलाएं घर का कार्य चूल्हा-चौका इत्यादि किया करती थीं. लेकिन देखते ही देखते लोगों की सोच में धीरे-धीरे परिवर्तन आना शुरु हुआ. बढ़ती महंगाई और घरों की जरूरतों ने लोगों की सोच में बड़ा परिवर्तन लाया. बढ़ती महंगाई की वजह से अकेले घर चलाना पुरुष के बूते की बात नहीं रही. महिलाएं न सिर्फ अब अच्छे से पढ़ाई लिखाई कर रही हैं. बल्कि वे कंधे से कंधा मिलाकर वो सारे कार्य कर रही हैं जिनमें पुरुषों का वर्चस्व हुआ करता था. अब महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं. वक्त इतनी तेजी से बीता कि कल तक चूल्हा-चौका संभालने वाली महिलाएं आज परिवार चलाने घर के खर्चे में बराबर से हाथ बंटा रही हैं. इस तरह के मामले पहले जहां इक्का-दुक्का देखने को मिला करते थे अब ऐसे मामलों की तादाद हजारों में नहीं बल्कि लाखों में देखने को मिलते हैं. वहीं कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो परिवार के विपत्ति के समय सामने आकर परिवार की बागडोर अपने हाथों में ले कर घर की सारी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही हैं. वह भी चेहरे पर बगैर कोई शिकन लाए.

बीजापुर की वीणा गुप्ता भी परिवार के मुश्किल भरे दिनों में चूल्हा-चौका छोड़ सामने आई और खुद का स्टोर खोलकर अपना आर्थिक योगदान दे रही हैं. दरअसल शिलांग की रहने वाली वीणा की शादी 1990 में बीजापुर के होटल व्यवसायी राकेश गुप्ता से हुई. शादी के कुछ सालों तक सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा. होटल से होने वाली आमदनी से उनका गुजर बसर अच्छे से हो रहा था लेकिन इसी बीच पति के होटल व्यवसाय में मंदी सी आने लगी.

धीरे-धीरे मुनाफा कम होने लगा जिसकी वजह से परिवार को कई आर्थिक संकटों से गुजरना पड़ रहा था. घर की परिस्थितियों को देखते हुए वीणा ने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सहयोग करने की सोचा. वीणा ने नौकरी की बजाय व्यापार में ही किस्मत अजमाने की सोची. उन्हें व्यापार के लिए सरकार की कुछ योजनाओं की जानकारी मिली.  ऋण से संबंधित जानकारी और वित्तीय सहायता के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बीजापुर से सम्पर्क किया.

विभाग के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दिये जाने के उपरांत वर्ष 2016 में फैंसी स्टोर्स के लिए 2.00 लाख रूपये का ऋण प्रकरण तैयार किये गया. इसके पश्चात जिला स्तरीय समिति से अनुशंसा उपरांत ऋण प्रकरण को सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया बीजापुर को प्रेषित किया गया. सेन्ट्रल बैंक द्वारा  2.00 लाख रूपये की ऋण स्वीकृत की गई. इस दौरान उद्योग विभाग द्वारा व्यवसाय का सफल संचालन हेतु वीणा गुप्ता को  07 दिवस का उद्यमिता विकास प्रशिक्षण दी गई जिसके प्रशिक्षण उपरांत बैंक द्वारा ऋण वितरित किया गया. वीणा गुप्ता की फैंसी स्टोर्स की दुकान मेन रोड़ में होने के कारण ग्राहकों का अच्छा- खासा भीड़ रहता है, जिससे काफी अच्छा मुनाफा हो रहा है. इससे उनके पति को भी काफी मदद हो रही है तथा उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार भी आयी है. उ