APJ Abdul Kalam विशेष :जानिये कलाम के जीवन सेजुड़ी ये रोचक बातें
अब्दुल कलाम का पूरा नाम 'अबुल पक्कीर जैनुलआबेदीन अब्दुल कलाम' था।
उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडू के रामेश्वरम् के एक गांव में हुआ था।
अब्दुल कलाम को मिसाइलमैन के नाम से भी जाना जाता है, उनका पूरा जीवन युवाओं के लिए प्रेरणादायक है.
27 जुलाई 2015 को वो शिलांग में लेक्चर देने गए थे. लेक्चर के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा. और 83 साल की उम्र में कलाम इस दुनिया को अलविदा कह गए.
कैसे हुई कलाम साहब की मौत
बचपन में उन्हें अपने गुरु श्री शिवसुब्रमण्यम अय्यर के रूप में ऐसा मार्गदर्शन मिला जिसने उन्हें अपने सपनों की उड़ान भरने का हौसला दिया।
बचपन में मिला गुरु का मार्गदर्शन
वे एक दिन स्वामी शिवानंद आश्रम पहुंचे, जहां स्वामी ने उन्हें सलाह दी, जिसके बाद उन्होंने ISRO की उड़ान
IAF परीक्षा में हुए फेल
साल 1982 में भारत सरकार के मिसाइल कार्यक्रम में कलाम साहब की एंट्री हुई औऱ रॉकेट और मिसाइल प्रौद्योगिकी में उनका बहुप्रचारित करियर शुरू हुआ और भारत अपना ‘मिसाइल मैन’ मिला।
भारत के मिसाइल प्रोग्राम में कलाम की एंट्री
APG Abdul Kalam 18 जुलाई 2002 को देश के 11वें राष्ट्रपति बने और 2007 तक राष्ट्रपति का पदभार संभाला
कलाम साहब का राजनीतिक सफर
उन्हें पद्म भूषण (1981), पद्म विभूषण (1990) और भारत रत्न (1997) जैसे पुरस्करों से सम्मानित किया जा चुका है
कलाम एक ऐसे महान व्यक्ति थे, जिनकी आत्मकथा (Kalam Autobiography) को फ्रेंच और चीनी समेत 13 भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
1992 से लेकर 1999 तक अब्दुल कलाम प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं।
डॉ कलाम को लेखन में बहुत रुचि थी। उन्होंने अपने पूरे जीवन काल में 22 कविताएं, 18 किताबें और चार गाने भी लिखे थे।