रायपुर. सुकमा में बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में जांच के लिए बना BJP दल वापस लौट आया है. जिसके बाद बीजेपी
विधायक और समिति की संयोजक रंजना साहू ने प्रेसवार्ता कर बताया, हम वहां छात्रावास गए, ग्रामीणों से मिले. सरकार की पहले से प्लानिंग थी, हमारे जांच दल को वहां तक नहीं जाने दिया गया. हमें बच्ची, माता पिता और टीचर से नही मिलने दिया गया. वहां एक कमरे में 40-50 बच्चों को भर दिया जाता है, इस घटना को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत दबाया जा रहा है.

आगे उन्होंने कहा, वहां महिला होम गार्ड नहीं है, बच्चियां असुरक्षित हाथों में हैं. बीजापुर, नारायणपुर की बच्चियां वहां अध्ययनरत करती हैं, वो सुरक्षित नहीं हैं. वहां की घटना बताने लायक नही हैं, इतनी दरिंदगी हुई है. प्रदेश की सरकार कर क्या रही है?

इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा, हमर बेटी हमर अभिमान की बात करते हैं, सुकमा के मंत्री जो कैबिनेट मंत्री भी हैं वो 2 किलोमीटर दूरी पर फीता काट रहे थे, उन्हें शर्म नहीं आई. मंत्री लखमा नाचा गाना करते रहते है, उनको नाचने से फुर्सत नहीं है. पीड़ित परिवार से मुलाकात क्यों नहीं किया? इस विषय को दबाया जा रहा है, वहां के हालात बताए नहीं जा सकते. बच्ची दर्द से कराह रही थी, बच्ची बाथरूम नहीं जा पा रही थी. कोई उनसे मिलने नहीं गया, दोरनापाल में भी 3 साल बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है. नारायणपुर में मानव तस्करी हुई, एक बेटी को छोड़े तो दूसरी बेटी को उठा ले गए. हमने दबाव बनाया तो वहां अधीक्षिका को निलंबित किया गया.

विधायक रंजना साहू ने कहा, बच्चियों ने बताया वहां पुरुषों का आना जाना है. खानापूर्ति के लिए एक आरोपी पकड़ लिए हैं, हम चाहते हैं आरोपी को जेल हो.

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