राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर. सिस्टम के विकास के दावे हवे में ही लटके नजर आ रहे हैं. अव्यवस्थाओं ने दावों की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल, कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल विकासखंड के ग्राम जाड़ेकुर्से में 4 शिक्षकों को दूसरे स्कूल में अटैच किया जाने से नाराज ग्रामीण स्कूल में ताला लगाने पहुंचे. आनन-फानन में जिला प्रशासन हरकत में आया. अधिकारियों ने पहुंचकर ग्रामीणों को 10 दिनों में मांग पूरी करने का भरोसा दिलाया.

बता दें कि, जाड़ेकुर्से के ग्रामीणों ने 1 सप्ताह पहले कलेक्टर को आवेदन लेकर अल्टीमेटम दिया था कि, शिक्षकों को वापस नहीं भेजेंगे तो स्कूल में तालाबंदी कर दिया जाएगा. इसके बावजूद शिक्षकों को वापस नहीं भेजा गया. नाराज ग्रामीण स्कूल परिसर में एकत्र हो गए और तालाबंदी करने की तैयारी कर रहे थे. इसी बीच जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की बातों को सुना और जैसे-तैसे समझाया कि 1 सप्ताह में सभी अटैच शिक्षक वापस मूल संस्था में आ जाएंगे और अतिथि शिक्षक भी व्यवस्था की जाएगी.

जानकारी के अनुसार, जाड़ेकुर्से स्कूल में पदस्थ तीन शिक्षकों को दूसरे संस्थाओं में संलग्न कर दिया गया है. ऐसे में कुल 3 कक्षाओं के 80 बच्चों के लिए केवल 1 शिक्षक है. समस्या यहीं खत्म नहीं होती है, स्कूल में बालिकाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था भी नहीं है. जिसको लेकर छात्रा ने बताया कि, हमें स्कूल से बड़ी दूर लघुशंका के लिए जाना पड़ता है.

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