मनेंद्र पटेल, दुर्ग. भिलाई स्टील प्लांट की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ जवानों की जान आज बाल-बाल बच गई. ये जवान किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते थे, लेकिन समय रहते सभी जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. दरअसल सीआईएसएफ के डीआईजी कार्यालय परिसर स्थित बोरिया बैरक का बरामदा पूरी तरह से ढह गया. इस दौरान यहां जवान निवास कर रहे थे, लेकिन अभी तक किसी भी तरह की जनहानि या चोट की सूचना नहीं लगी है. समय रहते तत्परता दिखाने पर कोई भी जवान इसकी चपेट में नहीं आए.

बता दें कि, 25 से 30 साल पुराने बैरक का एक बड़ हिसा धरासाई हो गया है. बैरक में रहने वाले जवानों को तत्काल बसों के माध्यम से वहां से हटा लिया गया है और वहां से किसी अन्य हॉस्टल और बैरक में शिफ्ट किया जा रहा है. पूरी घटना देर शाम की बताई जा रही है, जब सीआईएसएफ के जवान मैदान पर परेड कर रहे . इसी दौरान अचानक से भरभरा कर उनके हॉस्टल का बरामदा ढह गया.

दरअसल, सीआईएसएफ की एक टुकड़ी देश के सबसे बड़े इस्पात संयंत्र भिलाई स्टील प्लांट में तैनात है. यहां सीआईएसएफ में तैनात जिन जवानों को आवास आवंटित नहीं हुए हैं, इसीलिए सभी जवान भिलाई स्टील प्लांट के अधीनस्थ पुरानी बिल्डिंग में रहते हैं. फिलहाल सीआईएसफ के और भिलाई स्टील प्लांट के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. वहीं अधिकारियों ने बिल्डिंग की फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी पर रोक लगा दी है.

जानकारी के अनुसार, DIG कार्यालय स्थित ये बैरक लगभग 30 साल पुराना है. बीएसपी अधिकारी मौके पर मौजूद है. इस घटना के बाद बिल्डिंग के वीडियो औऱ फोटोग्राफी पर प्रबंधन ने रोक लगा दी है.

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