अच्‍छी और लग्‍जरी लाइफ के चक्‍कर में आज पेरेंट्स के ऊपर जिम्‍मेदारियां बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। दोनों को घर के साथ-साथ ऑफिस का काम भी करना पड़ रहा है। घर और ऑफिस के काम में बिजी रहने के कारण मां-बाप कभी-कभी अपने बच्‍चे के कुछ खास पलों से महरूम रह जाते हैं। बच्‍चे भी अपनी जिंदगी के खास पलों में अपने माता-पिता को मिस करते हैं।

आज हम उन संकेतों के बारे में आपको बताएंगे जो आपको बता सकते हैं कि आप अपने बच्‍चे के बचपन को मिस कर रहे हैं। इस समस्‍या से आप बड़ी आसानी से बच सकते हैं। आप इन संकेतों को पहचान कर अपनी आदतों को बदलकर और अपने बच्‍चे की जिंदगी में ज्‍यादा शामिल होने की कोशिश कर सकते हैं।


याद रखें कि आपके बच्‍चे का बचपन बहुत कीमती होता है और ये फिर दोबारा लौटकर नहीं आता है। इसलिए आपको ज्‍यादा से ज्‍यादा खुद और बच्‍चे को भी इसे enjoy करवाना है। बच्‍चे के साथ रहकर आप जिंदगीभर के लिए सुनहरी यादों को संभाल सकते हैं।

बहुत काम करना

वर्क और पर्सनल लाइफ के बीच संतुलन बनाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता और अगर आपके बच्‍चे हैं तो यह और भी ज्‍यादा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आप काम करना बंद नहीं कर सकते क्‍योंकि आपने बच्‍चों को अच्‍छी परवरिश देने के लिए अपने ऊपर जिम्‍मेदारियां बढ़ा ली हैं। हालांकि, आप पूरे दिन ऑफिस में नहीं रह सकते हैं क्‍योंकि आपको अपने बच्‍चे की देखभाल भी करनी है। वर्क-पर्सनल लाइफ के बीच संतुलन बनाना भारी पड़ सकता है लेकिन फिर भी आपको इसके लिए कोशिश करते रहना चाहिए। बहुत से लोग नौकरी या करियर बदलते हैं ताकि वे अपने बच्‍चों के साथ अधिक समय बिता सकें। अगर आप ज्‍यादा कुछ नहीं कर सकते, तब आपको अपने वीकेंड्स को फैमिली टाइम के लिए रिजर्व रखना चाहिए।

फैमिली डिनर से चूकना

अगर आप पूरे दिन और देर रात तक काम में व्‍यस्‍त रहते हैं, तब आप बच्‍चे के बचपन से दूर हो सकते हैं। इसलिए जब डिनर टाइम हो तब आप अपने हर काम को बंद कर दें। फोन को दूर रखें और डिनर टेबल पर एक अच्‍छा फैमिली टाइम बि‍ताएं। यहां आप अपने बच्‍चों से बातचीत कर पाएंगे। अपने दिन के बारे में बात करें, अपने बच्‍चों से पूछें कि उनका दिन कैसा बीता और उन सभी विषयों पर बात करें जिनके बारे में आप जानना चाहते हैं। साथ में हंसे और रात के खाने के बाद साथ में टहलने जाएं या बोर्ड गेम खेलें। वास्‍तव में ये शांतिपूर्ण समय आपको जिंदगीभर याद रहेगा। 

बच्‍चों को सिखाने में व्‍यस्‍त रहना

कभी-कभी आप शारीरिक रूप से तो उपस्थित रहते हैं, लेकिन आपका पैरेंटिंग एटीट्यूड आपको अपने बच्‍चे के बचपन से दूर कर सकता है। अगर आप बच्‍चे को हमेशा सिखाने में व्‍यस्‍त रहते हैं। यह मत करो, वह मत करो, अपना होमवर्क करो, अपना खाना पूरा खत्‍म करो जैसी सभी बोरिंग चीजें करते हैं, इससे बच्‍चा आपसे दूर होने लगता है। संभावना है कि आप ऐसा करके एक सुपर बोरिंग पैरेंट-चाइल्‍ड रिलेशनशिप डवलप करें। अपनी उपस्थिति से बच्‍चे को मुक्‍त रखें और उनकी कल्‍पना, रचनात्‍मकता और सिली जोक्‍स पर उनकी सराहना करें। 

फोन पर बहुत अधिक समय बिताना

बच्‍चे के पास शारीरिक रूप से उपस्थित लेकिन मानसिक रूप से अनुपस्थित रहने का दूसरा तरीका है- आपका ऑनलाइन रहना। आप अपने कॉल लेने, मैसेज चेक करने, सोशल मीडिया स्‍क्रॉल करने या एडिक्टिव गेम खेलने में बिजी हैं। लत लगाने वाली डिजिटल दुनिया को अपना कीमती समय बर्बाद न करने दें, जिसे आप अपने बच्‍चों के साथ यादें बनाने पर खर्च कर सकते हैं।

ब्रेक लेने की जरूरत

अगर आपको लगता है कि आपके पास बहुत ज्‍यादा काम है और आप न तो अपने काम में आनंद ले पा रहे हैं और न ही परिवार के साथ समय बिता पा रहे हैं, तब ऐसे में आपको एक ब्रेक लेने की जरूरत है। या आप जीवन बदलने वाले फैसले भी ले सकते हैं। आप बिजी रहते हुए थी खुश रह सकते हैं, फिर चाहे आप बच्‍चे के साथ बिजी हों या अपने काम में। आप अपना समय किस तरह बिताना चाहते हैं इसके लिए रास्‍ते खोजने में कभी हिचकिचाएं नहीं। क्‍योंकि आपका बच्‍चा ही है जो आपके बुढ़ापे में आपके साथ रहेगा।