स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय टीम (Indian Cricket Team) इस समय वेस्टइंडीज के दौरे पर है. टेस्ट सीरीज जीतने के बाद रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारत ने गुरुवार को पहले वनडे मैच भी में पांच विकेट से हरा दिया. इस मैच में लेग स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 रन देकर 4 विकेट लिए. कुलदीप का कहना है कि, टीम कॉम्बिनेशन के कारण भारतीय टीम से बाहर होना उनके लिए आम बात हो गई. वे हाथ से निकल चुके मौकों पर झल्लाने के बजाए मिलने वाले मौकों को भुनाने में विश्वास करते हैं. कुलदीप के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मुकाबले में मैन ऑफ द मैच चुना गया.

बता दें कि, केनिंगस्टन ओवल में खेले गए मैच में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज कुलदीप की गुगली को पढ़ ही नहीं पाए. इस चायनामैन गेंदबाज ने 2023 में अब तक नौ वनडे में 19 विकेट लिए हैं. मैच के बाद उन्होंने कहा कि ज्यादातर बार मुझे हालात और कॉम्बिनेशन के चलते खेलने का मौका नहीं मिलता. यह मेरे लिए सामान्य बात है. मैं कई वर्षों से क्रिकेट खेल रहा हूं, छह वर्ष हो चुके हैं. यह आम बात है. कुछ समय के लिए निराशा जाहिर करने के बाद उन्होंने प्रोसेस पर बात की और कहा कि वह किस तरह विकेट लेने के बजाए लैंथ पर ध्यान देते हैं.

कुलदीप ने कहा कि अब मैं विकेट लेने पर ज्यादा ध्यान नहीं देता. मेरा ध्यान प्रोसेस पर रहता है कि मैं किस लैंथ पर बॉलिंग कर रहा हूं. गौरतलब है कि कुलदीप लगातार भारतीय टीम के अंतिम एकादश से बाहर होते रहे हैं. 2022 में बांग्लादेश दौरे पर पहले टेस्ट में एक पारी में पांच विकेट समेत कुल आठ विकेट लेने के बाद उन्हें दूसरे मैच से बाहर कर दिया गया. पहले टेस्ट में उन्होंने बैटिंग से 40 रनों का अहम योगदान भी दिया था. उन्होंने कहा कि चोट से वापस आने के बाद पिछले डेढ़ वर्षों में मैंने गुड लैंथ पर गेंद फेंकने की कोशिश की है. मैं लैंथ को लेकर निरंतरता रखना चाहता हूं और जहां तक विकेटों की बात है तो कुछ दिन आपको विकेट मिलते हैं और कुछ दिन नहीं.

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