अमृतांशी जोशी/ संजय विश्वकर्मा, भोपाल/उमरिया। आज यानी 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस है। जिसके चलते मप्र सरकार भी बड़ा आयोजन करने जा रही है। यह आयोजन भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय समन्वय केंद्र में दोपहर तीन बजे होगा। कार्यक्रम में एसीएस वन जेएन कंसोटिया और पीसीसीएफ वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता मौजूद रहेंगे। इंटरनेशनल टाइगर डे के मौके पर नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी बाघों की गणना के आंकड़े जारी करेगा। आज एमपी को एकबार फिर टाइगर स्टेट का तमग़ा मिल सकता है।
आज वर्ल्ड टाइगर डे पर टाइगर रिजर्व कितने बाघ मौजूद हैं इसकी घोषणा करेगा। मप्र के बांधवगढ़ और कान्हा सर्वाधिक बाघों वाले टाइगर रिजर्व में पहले और दूसरे स्थान पर आ सकते हैं। पिछली बार की गणना में मध्यप्रदेश में बाघों की आबादी 526 थी। एमपी में पहली बार बाघों की संख्या 700 पार पहुंचने जा रही है।
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विश्व बाघ दिवस के अवसर पर राज्यवार बाघ गणना के नतीजे आएंगे। पूरे देश में पिछले 4 साल में 200 बाघों संख्या की बढ़ी थी। पूरे देश में 3167 बाघ है। मध्यप्रदेश में बीती बाघ गणना के अनुसार 526 बाघों की संख्या है। बीते 4 माह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टाइगर प्रोजेक्ट के 50 साल पूरे होने पर देश के सामने बाघों के नए आंकड़े पेश किए किए थे। इसी बीच वन मंत्री विजय साह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, मध्यप्रदेश फिर टाइगर स्टेट बनेगा। वन मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कम से कम 200 बाघों की संख्या बढ़ेगी। जिसके चलते एमपी एक बार फिर टाइगर स्टेट बनेगा।
बीती गणना के अनुसार 524 बाघों की संख्या के साथ कर्नाटक दूसरे नंबर पर था। आज दोपहर 12 बजे तक राज्यवार बाघ गणना के नतीजे सामने आंएगे। वहीं मध्यप्रदेश में सबसे अधिक बाघ बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में हैं। यह वर्तमान में 220 बाघ है।
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