अहमदाबाद. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस आने में केवल सिर्फ 17 दिन ही शेष बचे हैं. इस वर्ष भी आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 15 अगस्त तक घर-घर तिरंगा कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके लिए सूरत के बड़े कपड़ा उद्योगपतियों को पूरे देश में तिरंगा भेजने के लिए बड़ा ऑर्डर मिला है.

सूरत ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के लिए 10 करोड़ तिरंगा बनाकर रिकॉर्ड बनाया था. ये तिरंगा देशभर के घरों पर लहराए थे. इस बार भी स्वतंत्रता दिवस पर सूरत नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर है. सूरत के करोबारियों को मिले है. व्यापारियों का कहना है कि हर साल 15 अगस्त 200 से 250 करोड़ रुपये के तिरंगे बिकते हैं. मगर इस वर्ष इनकी बिक्री 500 से 700 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है.

20 करोड़ तिरंगे में से 50 फीसदी सूरत में बने

बताया जा रहा है कि लगभग 50 लाख तिरंगा बनाने का ऑर्डर एक मिला को मिला है. मिल ने तिरंगा बनाने का काम भी शुरू कर दिया है. पिछले साल जून में ऑर्डर मिला था और उत्पादकों ने अप्रैल के पहले सप्ताह में तिरंगा के सैंपल दे दिए थे. उसके बाद भी 12 अगस्त तक दिन-रात उत्पादन कर तिरंगा देशभर में पहुंचाया गया था.

पिछले साल बनाया 10 करोड़ तिरंगा

सूरत के सप्लायर की मानें तो पिछले साल शहर के करीब 100 उत्पादकों ने 5 करोड़ मीटर कपड़े से 10 करोड़ तिरंगा बनाया था. सरकार की तरफ से देशभर में करीब 20 करोड़ राष्ट्र ध्वज पहुंचाए गए थे. इसमें से 50 फीसदी तिरंगा सूरत में बने थे. सूरत के पांडेसरा स्थित मिल को केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल भी 1 करोड़ तिरंगा बनाने का ऑर्डर दिया गया था.

ऑनलाइन तिरंगे की बढ़ गई मांग

‘घर-घर तिरंगा’ अभियान के कारण ऑनलाइन तिरंगे की मांग बढ़ गई है. पिछले साल सभी ऑनलाइन विक्रेता मिलकर रोजाना 40 हजार से अधिक तिरंगे ऑनलाइन बेच रहे थे. ई-कॉमर्स साइट्स पर रोजाना 12 लाख रुपए से ज्यादा कीमत के तिरंगे बिके थे. कपड़े की मांग कम होने के कारण प्रसंस्करण मिल में सप्ताह में 2 से 3 दिन की छुट्टी दी जाती थी. उसमें उद्योगपतियों को तिरंगे का आर्डर मिलने के बाद मिलों ने दिन-रात काम करना शुरू कर दिया.

इन शहरों से सबसे ज्यादा ऑर्डर

देश के अलग-अलग राज्यों से खासकर ऑनलाइन तिरंगे के ऑर्डर आते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ऑर्डर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, इंदौर, भोपाल और अहमदाबाद के होते हैं.