श्रीनगर: कश्मीर घाटी में कल रात से बारिश बंद होने के बाद आज झेलम और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर घटना शुरू हो गया. अधिकारियों ने बताया कि नदियों का जलस्तर कम होने से बाढ़ का खतरा कम हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के संगम में झेलम का जलस्तर रात करीब तीन बजे से कम होना शुरू हो गया. हालांकि श्रीनगर के राम मुंशी बाग के जलस्तर में अभी भी मामूली बढ़ोतरी जारी है, लेकिन कुछेक घंटों में इसके कम होने के आसार है. अधिकारियों ने बताया कि रात करीब दो बजे संगम का जलस्तर सर्वाधिक 22.10 फुट पर था, लेकिन सुबह सात बजे तक यह घटकर 21.70 फुट पर आ गया. वैशव, रामबायरा और लिद्दर जैसी सहायक जलधाराओं में पिछले छह घंटे के दौरान उल्लेखनीय कमी आई है.
श्रीनगर के राम मुंशी बाग में झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था. जिसके बाद अधिकारियों ने आपातकाल नियंत्रण कक्ष स्थापित किए थे. पुंछ जिले में बाढ़ में फंसे 17 लोगों को बचाया गया है, जबकि राजौरी में बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गयी है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की और बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया. इस संबंध में पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”राज्य में बाढ़ के हालात को लेकर जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की. हालात से निपटने के लिए केंद्र के हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया.” मोदी ने महबूबा से ऐसे समय में बात की है जब कश्मीर घाटी में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. झेलम नदी में बाढ़ आ गई है.
कश्मीर में वर्ष 2014 में भी अभूतपूर्व बाढ़ आई थी और उस समय श्रीनगर समेत आवासीय क्षेत्रों में कई फुट तक पानी भर गया था.