सुशील सलाम, कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में इन दिनों निजी अस्पतालों से लापरवाही तले लाशें निकल रही हैं. कहीं युवक की जान जा रही है, तो कहीं गर्भवती की अर्थी निकल रही है. इन लाशों से परिवारों में मातम पसरा है, लेकिन मजाल है कि इन अस्पतालों पर किसी तरह से सख्ती बरती जाए. कहा जा रहा है कि अस्पतालों को रसूखों का सरंक्षण प्राप्त है, जिससे लगातार मनमानी हो रही है. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मौत हो रही है. गौतम मेडिकेयर में आज एक युवक ने दम तोड़ दिया. इस अस्पताल में पहले भी मौतें हो चुकी हैं. वहीं सिद्धांत अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. यहां एक गर्भवती महिला की लापरवाही के कारण मौत हो गई.

गलत इलाज और लापरवाही से मौत के आरोप

दरअसल, कांकेर जिले के पखांजुर नगर पंचायत के एक निजी अस्पताल गौतम मेडिकेयर में इलाज के दौरान एक युवक के मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. 18 वर्षीय युवक राहुल मण्डल की मौत हुई है. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और गलत इलाज करने का आरोप लगाया है. अस्पताल में परिजनों ने जमकर तोड़फोड़ की है.

कार्रवाई की मांग कर रहे परिजन

हंगामे के बीच पुलिस मौके पर पहुंची. मामले को शांत कराते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत करने परिजन पखांजूर थाने पहुंचे हैं. जहां कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

क्या बोले डॉक्टर ?

वहीं डॉ अनिल गौतम ने बताया कि मरीज को मलेरिया टाइफाइड था, जिसे गंभीर अवस्था में अस्पताल लाया गया था, जिसे बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं बच सका.

गौतम मेडिकेयर में पहले भी हो चुकी है मौत

बता दें कि पखांजूर क्षेत्र में पहले भी निजी अस्पतालों में इस प्रकार से इलाज के दौरान मरीजों की मौत हो चुकी है, लेकिन शासन प्रशासन इस पर नकेल कसने में नाकाम साबित हुए. पहले भी गौतम मेडिकेयर में गांव पी व्ही 25 के एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.

दूसरा मामला सिद्धांत अस्पताल का

शहर के सिद्धांत अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत के मामले में परिजनों ने एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. परिजनों का आरोप है अब तक अस्प्ताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है. अस्प्ताल को फिर से खोल दिया गया है. आज 11 बजे अचानक परिजन अस्प्ताल पहुंच गए. जहां सडक़ जाम करने की कोशिश करने लगे. इस दौरान पुलिस की समझाइश के बाद सड़क से हटकर अस्प्ताल में जाकर हंगमा करने लगे.

मृतिका के भाई शेख असलम ने कहा कि महीना भर हो गया है यह घटना हुए. अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. कई बार थाने गए. मामला दर्ज करने को लेकर, लेकिन किस हिसाब से मामला दर्ज करेंगे बोल रहे हैं. डॉक्टर के ऊपर में आप केस करोगे फॉरेंसिक रिपोर्ट जब तक नहीं आएगी केस नहीं होगा. हॉस्पिटल में सील लगा हुआ था. हम कल परसों आकर यहां देखे तो हॉस्पिटल खुला हुआ है.

मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे ने बताया कि घटना के बाद से टीम घटित कर जांच चल रही है. जांच रिपोर्ट कल आ जाएगी. अस्पताल को हमने बंद नहीं करवाया था. उन्होंने स्वयं ही अस्पताल बंद कर दिया था. प्रारंभिक जांच में खामियां पाए जाने से 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था. कल जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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