अंकित तिवारी, रायसेन (बरेली)। मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक भगवत सिंह पटेल की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। पूर्व विधायक के निजी ड्राइवर ने तीन बाद आत्महत्या कर ली है। ड्राइवर की आत्महत्या के बाद पुलिस के लिए मामला सुलझने के बजाए और उलझ गया है। पूर्व विधायक की मौत के तीन दिन बाद ड्राइवर का शव बरेली तहसील के ग्राम मांगरोल में नर्मदा तट के नजदीक बबूल के पेड़ पर लटका हुआ मिला। मृतक का नाम बिहारीलाल केंवट ग्राम अलीगंज निवासी है।
बता दें कि 3 दिन पहले बरेली उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र के 3 बार विधायक रहे भगवत सिंह पटेल की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। पूर्व विधायक की मौत भी गिरने के कारण चोट लगने से बताई जा रही थी, लेकिन उनके गले में बने सुराख से मामला संदिग्ध हो गया था। नगर में यह चर्चा का विषय और संदेह की नजरों से इस घटना को देखा जा रहा था। ड्राइवर की मौत के बाद पूर्व विधायक की मौत को भी इसी कड़ी से जोड़ देखा जा रहा है। मौत का वास्तविक पीएम रिपोर्ट के बाद सामने आएगा।
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पीएम के लिए भोपाल हमीदिया अस्पताल भेजा
पूर्व विधायक के यहां 13 साल से फुल टाइम साथ रहने वाले ड्राइवर बिहारी केवट उर्फ छोटू की पेड़ से लटकी लाश मिलने से नया मोड़ आ गया है। बरेली पुलिस सहित घटनास्थल पर एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और बारीकी से निरीक्षण किया। मृतक के शव को पीएम के लिए बरेली सिविल अस्पताल न भेजकर भोपाल हमीदिया अस्पताल भेजा गया, जहां फॉरेंसिक डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम करेगी।
कह रहे थे, यह लोग मुझे फंसा देंगे
बता दें कि पूर्व विधायक के शव का पोस्ट मार्टम बरेली में हुआ था जिस पर अभी संशय बना हुआ है। यही वजह की पुलिस ने मृतक ड्राइवर बिहारी के शव को भोपाल भेजा। मृतक के छोटे भाई गिरधारी केवट ने बताया कि विधायक की मौत के बाद से भैया परेशान चल रहे थे और कह रहे थे, यह लोग मुझे फंसा देंगे। कल सुबह आठ बजे से बिहारी घर से गायब था। अब सवाल यह उठता है कि आखिर कौन है वो लोग जो मृतक को विधायक की हत्या या आत्महत्या में फंसाना चाहता यह भी जांच का विषय है।
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मृतक के घर से मात्र 100 रुपए मिला
भगवत सिंह पटेल की मौत के तार प्रॉपर्टी से भी जोड़े जा रहे हैं। उनकी चार बेटियां और चार भतीजे है जिनको भी बंटवारे के रूप में संपत्तियां दी गई हैं। जब उनकी मौत हुई तब घर से मात्र 100 रु बरामद हुआ है। बताया जाता है कि पूर्व विधायक के पास हमेशा लाखों रुपए नगद एवं कई किलो सोना चांदी हुआ करता था। विकास कुमार शहवाल एस पी रायसेन ने कहा कि मृतक का पीएम होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
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