नई दिल्ली . दिल्ली में तैनाती के दौरान विभिन्न आरोपों से घिरने के बाद विवादों में रहे दो आईएएस अधिकारियों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कार्रवाई की है. दिल्ली सरकार के सेवा सचिव रहे आशीष मोरे का लद्दाख तबादला कर दिया गया है. वहीं जल बोर्ड के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और वर्तमान में मिजोरम में तैनात उदित प्रकाश राय को निलंबित कर दिया गया है.

आशीष मोरे 2005 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह विवादों में उस समय आए जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से सेवा विभाग के अधिकार को लेकर फैसला सुनाया गया था. उस दौरान एलजी सचिवालय और दिल्ली सरकार के बीच बढ़े विवाद में यह अपने फैसलों की वजह से दिल्ली सरकार के निशाने पर रहे.

आदेश में कहा गया है कि निलंबन की अवधि के दौरान 2007 के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी राय का मुख्यालय मिजोरम रहेगा और वह सक्षम प्राधिकारी की पूर्व इजाजत के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. पिछले साल अगस्त में दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने भ्रष्टाचार के दो मामलों में एक कार्यकारी अभियंता पीएस मीणा को एक तरह से बरी कर दिया था.

निजी लोगों को जमीन आवंटित करने का भी आरोप मोरे पर उत्तरी दिल्ली में डीएम पद पर रहते हुए जमीनों को निजी लोगों को अलॉट करने का भी आरोप हैजिसका मामला चल रहा है. इन्होंने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज पर अपने कार्यालय में बुलाकर धमकाने का आरोप लगाया था.

वहीं, 2007 बैच के आईएएस अधिकारी उदित प्रकाश राय ने कोविड के दौरान स्वास्थ्य विभाग में बतौर सचिव काम किया. उसके बाद जल बोर्ड के सीईओ बने.

आरोप है कि उन्होंने जल बोर्ड की जमीन पर एक आधिकारिक आवास का निर्माण करवाया और इसके लिए पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित ऐतिहासिक इमारत को ढहा दिया. उनके ऊपर दिल्ली सरकार के कृषि उत्पादन विपणन समिति में रहते हुए रिश्वत लेने का भी आरोप है, जिस पर एलजी गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज चुके हैं.