नई दिल्ली . अभिनेत्री नोरा फतेही ने पटियाला हाउस अदालत में जैकलीन फर्नांडिस के खिलाफ बयान दर्ज कराया. शिकायत में सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े दो सौ करोड़ रुपये के धनशोधन के मामले में उनका नाम बदनाम करने का आरोप लगाया गया है.
नोरा फतेही ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कपिल गुप्ता की अदालत के सामने अपना बयान दर्ज कराया. नोरा ने शिकायत में कुछ मीडिया संगठनों को भी आरोपी बनाया है. नोरा ने जैकलीन और मीडिया संगठनों पर झूठी कहानियों के जरिए उनकी प्रतिष्ठा खराब करने का आरोप लगाया है.
अपने बयान में नोरा फतेही ने दावा किया कि उन्हें ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ‘बलि का बकरा’ बनाया गया था और इस मामले में शामिल लोगों से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
एक्ट्रेस नोरा ने कहा, “उन लोगों ने मुझे गोल्ड डिगर कहा है और मुझ पर एक ठग के साथ रिलेशनशिप में रहने का आरोप लगाया. उनसे ध्यान हटाने के लिए चल रहे आपराधिक मामले में मेरा नाम शामिल किया है.”
नोरा ने कहा कि क्योंकि वह दूसरे देश की नागरिक है. इसलिए उन्हें एक आसान लक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल किया गया. वह अपने करियर को हुए सभी नुकसानों के लिए मुआवजा चाहती हैं. आरोपियों द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों के कारण उन्हें लंबे समय तक अनावश्यक उत्पीड़न, काम की हानि और साइबरबुलिंग को झेलना पड़ा.
आरोप जैकलीन ने बुरे इरादे से बयान दिया
नोरा फतेही ने शिकायत में बताया कि उनके पास तेजी से आगे बढ़ते करियर के अलावा अपनी खुद की एक प्रतिष्ठा है, जिसने स्पष्ट रूप से उनके प्रतिद्वंद्वियों को मौका दिया उन्हें पछाड़ने में. क्योंकि वह निष्पक्ष स्तर पर उनके साथ प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जैकलीन फर्नांडीस ने बुरे इरादे से एक अपमानजनक बयान दिया था. नोरा फतेही ने दावा किया कि जैकलीन फर्नांडीस द्वारा लगाए गए आरोप कि उन्हें चंद्रशेखर से उपहार मिले थे, यह बिल्कुल गलत है, उन्हें कोई उपहार नहीं मिला.
दावा एक ही बार हुई है सुकेश चंद्रशेखर से बात
नोरा के अनुसार उनकी सुकेश चन्द्रशेखर से एक बार बात हुई थी. उनकी पत्नी लीना मारिया पॉल ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में स्पीकर फोन पर उनसे बात कराई थी. इस कार्यक्रम में लीना ने उन्हें आमंत्रित किया था. इस कार्यक्रम में, उन्हें एक आईफोन और एक गुच्ची का बैग उपहार में दिया गया था. फतेही ने लग्जरी कार मिलने की बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि यह उसके बहनोई बॉबी खान को एक फिल्म का निर्देशन का आंशिक भुगतान था, जिसके लिए चन्द्रशेखर ने संपर्क किया था.