रायपुर। आदिवासी नेता सरजू टेकाम के हेट स्पीच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मामले में विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी. प्रजातंत्र में इस तरह की बातों का कोई स्थान नहीं है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि सरजू टेकाम किसी राजनीतिक दल में नहीं है. यह उनके अपने विचार हैं. यह विचार उचित नहीं है. प्रजातंत्र में इन सब चीजों का स्थान नहीं होता है. जो विधि सम्मत कार्रवाई होगी की जाएगी. गौरतलब है सरजू टेकाम ने प्रचार में आने वाले भाजपा नेताओं को काटने की बात कही थी.

बिलासपुर में युवाओं से भेंट मुलाकात कार्यक्रम से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं आए थे, उनसे सवाल-जवाब और उनके विचार, वो किस प्रकार से छत्तीसगढ़ को देखना चाहते है, इन सब विषयों पर बात की.

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित किए जाने वाले दो वैकल्पिक परीक्षाओं में अभियार्थियों के मांग पर आयोग ने फैसला लिया है कि भविष्य में विद्यार्थियों द्वारा वर्गवार कटऑफ सूची लिखित परीक्षा परिणाम के साथ ही जारी की जाएगी. इसके साथ ही लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में इंटरव्यू के नंबर कम किए जाएंगे.

बीजेपी एससी के राष्ट्रीय बैठक पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जो जनगणना के आधार पर है, वो नहीं दिया गया है, 13 प्रतिशत जनगणना में था, उसके बाद भी उसे 12 प्रतिशत किया गया, और अनुसूचित जाति के साथ पिछली सरकार दो ने अन्याय किया, अब उसे साधने की कोशिश कर रहे हैं.

वहीं लाल सिंह आर्य के बयान पर सीएम ने कहा कि जो आरक्षण की सुविधा की गई, वो कांग्रेस सरकार के द्वारा की गई, और ये तो सारी सुविधाएं खत्म कर रहे हैं. भर्तियां बंद कर दिए हैं, और आरक्षण का लाभ नहीं देना चाहते, क्योंकि जितने भी सारे उपक्रम हैं, उसे लगातार बेच रहे हैं. तो प्राइवेट सेक्टर में कोई आरक्षण का लाभ मिलता नहीं, ये तो लॉन्ग टर्म का षड्यंत्र चल रहा है.

असम सीएम के बयान पर सीएम भूपेश ने कहा कि अब ऐसा है डिवाइड एंड रूल अंग्रेजों ने शुरू किया, उसका अनुसरण और समर्थन लगातार बीजेपी ने किया. जब से संगठन बना है तो से उनका समर्थन किया, उनके बड़े नेताओं का बयान देख लीजिए. नॉर्थ ईस्ट की बात है ये राजीव गांधी ने जो उस समय समझौता किया.

उन्होंने कहा कि आज भी असम हो या नॉर्थ ईस्ट के लोग हो, उसको आधार मानकर ही कोई आगे बात करते हैं. उस समय जो उनके योगदान है, कभी भुला नहीं सकता. अभी मणिपुर जल रहा है, वह बीजेपी के नाकामी के कारण है. डिवाइड एन रूल उनकी नीति है, और उसके चलते पिछले तीन महीने से जल रहा है, उसकी आग की लपटें दूर तक दिखाई दे रही हैं.

संविदा कर्मचारियों के बर्खास्तगी पर भूपेश बघेल ने कहा कि चाहे संविदा कर्मी हो या दैनिक वेतन भोगी की बात हो, सबकी हमने 27 प्रतिशत वृद्धि की. शासकीय सेवक 4-5 प्रतिशत के लिए संघर्ष करते है, उसमें एकमुश्त 27 प्रतिशत वृद्धि की है. रोज 14 – 15 दावेदार पहुंचने पर बोले सीएम ने कहा कि वो तो सब चुनाव में होता है. प्रजातंत्र में सबको मांगने का अधिकार है, किसी को रोका जा सकता है, किसी को रोका भी नहीं जाना चाहिए.

दिल्ली सेवा बिल पास पर बोले सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये तो बहुमत का दुरपयोग कर रहे हैं. जो सुप्रीम कोर्ट ने उसे बहाल किया था, उसके विरोध में फिर से उन्होंने जारी किया और विरोध करेंगे तो उसका हश्र देख लीजिए. बीजेपी द्वारा प्रतिदिन पीसी किए जाने पर कहा कि अब साढ़े 4 साल में कुछ किए नहीं तो अब चुनाव आ गया है, तो पीसी के अलावा और क्या कर सकते हैं.