Rupee-Dollar Update: एक तरफ जहां शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखने को मिली, वहीं पिछले दो महीने में डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपये में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है. वहीं आज डॉलर के मुकाबले रुपया 33 पैसे कमजोर होकर 82.58 रुपये पर बंद हुआ.

शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की भारी बिकवाली देखी गई, जिससे सेंसेक्स 1,000 और निफ्टी 300 अंक गिर गया. माना जा रहा है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते डॉलर की भारी मांग रही, जिससे डॉलर मजबूत हुआ और एक डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 रुपये तक फिसल गया.

रॉयटर्स के मुताबिक, तीन ट्रेडर्स का मानना है कि कई सरकारी बैंकों ने भी बुधवार को फॉरेक्स मार्केट में बड़ी मात्रा में डॉलर खरीदे हैं. इन बैंकों ने आयातकों के बदले डॉलर खरीदे हैं. जिसके चलते डॉलर के मुकाबले रुपया फिसलकर 82.61 के स्तर पर पहुंच गया.

मुद्रा बाजार विशेषज्ञों की मानें तो फिच द्वारा अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग घटाने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बाद रुपया और कमजोर हो सकता है. डॉलर के मुकाबले रुपया फिर से गिरकर 83.50 रुपये के स्तर पर आने की आशंका है.

अगर डॉलर के मुकाबले रुपये में और कमजोरी आती है तो आयात महंगा हो सकता है. रक्षाबंधन के साथ त्योहारी सीजन दस्तक देने वाला है, जिसमें लोग जबरदस्त खरीदारी करते हैं. इन त्योहारों पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से लेकर सोना, गाड़ियां तक खरीदी जाती हैं.

महंगा डॉलर और कमजोर रुपया त्योहारों का मजा फीका कर सकता है. कमजोर रुपये के कारण ऐसी सभी वस्तुएं महंगी हो सकती हैं जो या तो आयात की गई हैं या आयातित वस्तुओं का इसमें उपयोग किया गया है.

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