मनोज यादव, कोरबा. देश में जब से टमाटर के भाव बढ़े हैं तब से आम जनता को उसकी सही कीमत समझ आ रही है. कभी सब्जियों की टोकरी में पड़ा रहने वाला टमाटर आज मिठाई की दुकान तक पहुंच गया है. टमाटर को सड़ने से बचाने के लिए दुकानदार अब उसे अपनी फ्रिज के बगल में मिठाइयों के साथ रख रहे हैं.

एक कहावत तो आपने जरुर सुनी होगी कि हर किसी का समय आता है. यह कहावत आज के दौर में टमाटर पर बिल्कुल फिट बैठती है. एक समय था जब टमाटर दो से तीन रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा था. तब लोगों को इसकी कद्र नहीं थी. आलम यह था कि किसान उसे सड़क पर फेंक दिया करते थे, लेकिन आज टमाटर के हालात पूरी तरह से बदल गए हैं और उसकी कीमत हर किसी के पहुंच तक नहीं है.

टमाटर के दाम आज इतने महंगे हो गए हैं कि उसकी तुलना महंगी मिठाइयों से भी होने लगी है. ऐसा ही कुछ नजारा कोरबा के दर्री इलाके में देखने को मिला, जहां टमाटर को सड़ने से बचाने के लिए कारोबारी उसे अपने फ्रीजर में मिठाइयों की तरह तरीजह देते हुए ट्रे पर सजा कर रखा है. कारोबारियों का कहना है कि टमाटर इतना महंगा हो गया है कि उसका नुकसान वे नहीं सह सकते. यही वजह उसे बचाने के लिए मिठाइयों की तरह फ्रीजर में रखा जा रहा है.

कल तक सब्जी की टोकरीयों की शोभा बढ़ाने वाला टमाटर आज मिठाइयों की तरह फ्रीजर की शोभा बढ़ा रहा है. इससे यह साबित होता है कि कभी किसी को छोटा या बड़ा नहीं समझना चाहिए और उसे हर समय उतनी ही तवज्जो देना चाहिए जितना आज दिया जा रहा है.