“मां का दूध नवजात शिशु के लिए विश्व का सर्वोत्तम आहार है” इस विषय पर एक लघु नाटिका की प्रस्तुति एवं पोस्टर प्रदर्शनी के साथ ही देवेंद्र नगर, रायपुर स्थित “श्री नारायणा हॉस्पिटल” में  आज दीप प्रज्वलन के साथ “वर्ल्ड ब्रेस्ट फीडिंग डे”सेलिब्रेट किया गया.

 गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. संजना खेमका अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि “Breast Milk is the Liquid Gold” ये वो अनमोल सोना है जिसे किसी भी कीमत पर खरीदा नहीं जा सकता और ये वो बहुमूल्य अमृत है जो सिर्फ एक मां ही अपने बच्चे को उसकी बेहतर एवं स्वस्थ जिंदगी के लिए प्रदान करती है.

 गायनेकोलॉजिस्ट डॉ.विनया मायस्कर ने बताया कि वर्तमान परिपेक्ष में काम काजी महिलाएं नौकरी के साथ ही साथ नवजात शिशु को स्तनपान कराना जारी रख सकती हैं और जरूरत पड़ने पर अपना दूध निकाल कर फ्रीज में स्टोर कर सकती हैं ताकि जब बच्चा भूखा हो तो उसे दूध पिलाया जा सके, निकाले गए दूध को कभी भी फ्रीज़र में नहीं रखना चाहिए.

गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नेहा नूपुर गुप्ता ने बताया कि, मां के दूध से बच्चे की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ती है,उससे  बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास बेहतर होता है और उसके बड़े होने पर होने वाली बहुत सारी बीमारियों से ये दूध उसे बचाता है, स्तनपान कराना मां के लिए भी अत्यंत ही लाभकारी है, यह मां को भी अनेक बीमारियों से बचाता है और उन्हें स्वस्थ रखता है इसलिए जरूरी है कि जन्म से लेकर 6 माह तक के शिशु को केवल मां का ही दूध पिलाया जाए,तत्पश्चात पूरक आहार के साथ, डेढ़ से दो वर्ष की उम्र तक स्तनपान कराना जारी रख सकते हैं.

हॉस्पिटल की पीडियाट्रिशियन डॉ अंकिता पटेल ने कहा कि इस वर्ष हमारे हॉस्पिटल की थीम वर्किंग पेरेंट्स को ब्रेस्ट फीडिंग में हेल्प करना है और इसी थीम को ध्यान में रखकर  उन्होंने ब्रेस्टफीडिंग की चार पोजीशन क्रैडल, क्रॉस क्रैडल, साइड लाइन एवं फुटबॉल पोजीशन के बारे में बताया उनके अनुसार माँ को आधा लेट कर ही शिशु को दूध पिलाना चाहिए,पूरा लेट कर नहीं, नवजात शिशु को कभी भी शहद नहीं चटाना चाहिए ऐसा करना उसकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

अस्पताल की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ मेघा खेमका ने अस्पताल में आने वाले पेशेंट, एंप्लाइज या अटेंडेंर की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल के छटवें फ्लोर पर स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में बने नवनिर्मित ब्रेस्ट फीडिंग रूम का उद्घाटन किया और बताया कि हमारा  श्री नारायणा हॉस्पिटल भी अब ब्रेस्ट फीडिंग फ्रेंडली हो गया है.