money laundering case : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला अवैध खनन से जुड़ा है, जिसमें करीब 1000 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है. इस मामले में सोरेन को 14 अगस्त को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है. 

सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा को ईडी पहले ही इस केस में गिरफ्तार कर चुकी है. ईडी ने पिछले साल दावा किया था कि मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा को ‘राजनीतिक संरक्षण’ प्राप्त है, क्योंकि वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का राजनीतिक प्रतिनिधि है और उनके विधानसभा क्षेत्र में संचालित कथित अवैध खनन गतिविधियों को अपने सहयोगियों के जरिये ‘नियंत्रित’ करता है. जांच एजेंसी ने कहा था कि उसने झारखंड में अब तक अवैध खनन से अर्जित लगभग एक हजार करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियों की ‘पहचान’ की है.

अब तब इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी

इससे पहले इस मामले में सीएम सोनेन को पूछताछ के लिए 18 नवंबर 2022 को बुलाया गया था और लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी. इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, न्यूक्लियस मॉल के मालिक और कारोबारी बिष्णु अग्रवाल का नाम भी शामिल है. 

ये है पूरा मामला

रांची में सेना के कब्जे वाली जमीन के सिलसिले में कर आयुक्त ने सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फर्जी नाम और पते के आधार पर सेना की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया. रांची नगर निगम ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी. नवंबर 2022 में व्यापारी विष्णु अग्रवाल, अमित अग्रवाल के ठिकानों पर छापा भी पड़ा था, जिसमें कई अहम दस्तावेज ईडी को मिले थे. 8 जुलाई साल 2022 को मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर छापेमारी की गई थी. इसमें ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिला था. इसके बाद उनका नाम इस केस से जोड़ा गया.