अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के ग्राम कानपोहरा में खनिज विभाग की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर फर्शी पत्थर का अवैध उत्खनन हुआ है। मामला उच्च स्तर पर पहुंचा तो कलेक्टर अरविंद दुबे के निर्देश पर पिछले दिनों राजस्व, खनिज एवं पुलिस ने पत्थर किंग अफताब हुसैन पर संयुक्त कार्रवाई की। विभागीय आंकलन में मुताबिक 30 हजार घनमीटर उत्खन्न किया गया है। अवैध उत्खनन पाए जाने पर दो माफिया को 28 करोड़ का नोटिस जारी किया गया है। राशि जमा नहीं करने पर एकपक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। एमपी में संभवतः यह सबसे बड़ा रिकवरी नोटिस जारी हुआ है।
सात साल से बंद पड़ी थी खदान
जानकारी के अनुसार पिछले 7 साल से खनिज विभाग की नजर में बंद पड़ी खदान पर बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन एवं परिवहन होता रहा। इसे रोकने की वजह जमकर भ्रष्टाचार का खेल किया गया। जिसमें खनिज विभाग के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध रही। कलेक्टर के निर्देश पर संयुक्त कार्रवाई में अफताब हुसैन पुत्र मकबूल निवासी 14 मॉडल ग्राउण्ड हमीदिया भोपाल, श्यामलाल समरवार पुत्र मूलचंद निवासी ग्राम कानपोहरा को 28 करोड़ 30 लाख 14600 रुपए का नोटिस जारी किया गया है।
वन भूमि को नहीं छोड़ा
सूत्रों की मानें तो मुरैलकला में बड़े पैमाने पर राजनैतिक संरक्षण में अवैध उत्खनन किया गया है। यहां खनिज माफियाओं द्वारा वन भूमि की भूमि तक को नहीं छोड़ा गया। दिन रात अवैध उत्खनन एवं ब्लास्टिंग से ग्राम मुरैलकला दहल रहा है। अफताब हुसैन के अलावा मुरैल कला में कल्याण नाम के व्यक्ति द्वारा भी स्वीकृति खदान के अलावा बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन किया गया है। अगर इसकी जांच करे तो स्थिति साफ हो जाएगी। 254/1 से सटकर वन क्षेत्र है जहां पर बडे पैमाने पर वन भूमि की खुदाई कर दी गई है।
जिला खनिज अधिकारी आर के कैथिल से ने कहा कि हमें पता नहीं चल पाया कि अवैध उत्खनन हुआ है। जब कार्रवाई करने पहुंचे तब देखा कि बड़े पैमाने पर उत्खनन किया गया और नोटिस जारी किया गया है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक