रायपुर। छत्तीसगढ़ के कलेक्टरों और उनके सहायक अधिकारियों का चुनावी ज्ञान कितना है? ये जानने के लिए आज केन्द्रीय निर्वाचन आयोग की ओर से परीक्षा ली जा रही है. परीक्षा सुबह 10.30 बजे से 12.30 बजे आयोजित की गई. प्रदेश में तीन स्थानों पर परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं. इसमें रायपुर में रायपुर और दुर्ग संभाग, बिलासपुर में बिलासपुर और सगुजा संभाग जबकि जगदलपुर में बस्तर संभाग के अधिकारी शामिल हुए. परीक्षा में सभी 27 जिलों के कलेक्टरों के साथ अपर कलेक्टर, एसडीएम और तहसीलदार सहित 300 से ज्यादा एआरओ शामिल रहे.
खास बात ये है कि परीक्षा में फेल होने वाले अधिकारियों के सीआर पर भी इसका असर पड़ सकता है. छत्तीसगढ़ में पहली मर्तबा विधानसभा चुनाव के पहले अधिकारियों की कड़ी परीक्षा आयोजित की गई. पूरी परीक्षा निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की देखरेख में आयोजित हुई. हाल ही में कर्नाटक चुनाव में चुनाव आयोग ने ऐसी परीक्षा ली थी, जिसमें बड़ी तादात में अधिकारी फेल हुए थे.
बताया जा रहा है कि कलेक्टरों और एआरओ को परीक्षा के दौरान एक मिनट के भीतर एक सवाल का उत्तर देना था. चुनावी ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों के चुनाव आयोग की ओर से ऐसे सवाल पूछे गए, जो चुनावी प्रक्रिया से जुड़े थे. जैसे वयस्क वोटर की उम्र की गणना किस तारीख से की जाती है ? मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के कितने दिनों बाद दावा-आपत्ति ली जाती है? एआरओ के निर्णय की अपील कहां होती है? चुनाव के दौरान मिलने वाली मतदाता पर्ची पर क्या नहीं लिखना चाहिए? आरओ-एआरओ की जिम्मेकारी क्या है? इस तरह के हर सवाल के आगे तीन उत्तर लिखे होंगे, जिनसे एक सही उत्तर पर टिक करना था.
राजधानी के राज्य शैक्षेणिक एवं अनुसंधान प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित परीक्षा केन्द्र में कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय अपने समर्थकों के अधिकारियों को बेस्ट ऑफ लक करने पहुँचे. विकास उपाध्यान बेस्ट ऑफ लक लिखे पोस्टर के साथ अधिकारियों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं दी.