रायपुर- चालू मानसून के दौरान छत्तीसगढ़ के 43 प्रमुख सिंचाई बांधों में अब तक औसत रूप से 55 प्रतिशत से अधिक जल भराव हो गया है। इन जलाशयों में लगभग तीन हजार 526 मिलियन घन मीटर पानी भरा है। सभी जलाशयों की क्षमता छह हजार 329 मिलियन घन मीटर की है।
जल संसाधन विभाग के स्टेट डाटा सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार 27 जुलाई तक मिनीमाता बांगो बांध 74.20 प्रतिशत, रविशंकर जलाशय (गंगरेल बांध) 32.93 प्रतिशत, तांदुला जलाशय 30.86 प्रतिशत, दुधावा जलाशय 24.44 प्रतिशत, सिकासेर जलाशय 88.95 प्रतिशत, खारंग जलाशय 45.28 प्रतिशत, सोंढूंर जलाशय 48.84 प्रतिशत, माड़मसिल्ली जलाशय 15.64 प्रतिशत, कोडार जलाशय 23.02 प्रतिशत, मनियारी जलाशय 60.68 प्रतिशत, खरखरा जलाशय 29.80 प्रतिशत, गोंदली जलाशय 43.65 प्रतिशत, कोसारटेडा जलाशय 66.80 प्रतिशत, परालकोट जलाशय 25.76 प्रतिशत, छिरपानी जलाशय 57.55 प्रतिशत, श्याम जलाशय 93.88 प्रतिशत, पिपरियानाला जलाशय 50.42 प्रतिशत, बल्लार जलाशय 9.39 प्रतिशत, सुतियापाट जलाशय 96.79 प्रतिशत तथा मोंगरा बैराज जलाशय 52.51 प्रतिशत भरा है।
इसी प्रकार मरोदा जलाशय में क्षमता का 64.14 प्रतिशत, सरोदा जलाशय में 36.38 प्रतिशत, घोंघा जलाशय में 42.70 प्रतिशत, मटियामोती जलाशय में 16.62 प्रतिशत, झुमका जलाशय में 51.22 प्रतिशत, गेज टेंक में 29.91 प्रतिशत, खम्हारपाकुट जलाशय में 38.51 प्रतिशत, केशवा नाला जलाशय में 21.18 प्रतिशत, कर्रा नाला जलाशय में 94.53 प्रतिशत, बांकी जलाशय में 75.15 प्रतिशत,केदारनाला जलाशय में 31.80 प्रतिशत, किनकारीनाला जलाशय में 34.41 प्रतिशत, बेहारखार जलाशय में 48.29 प्रतिशत, कुंवरपुर जलाशय में 42.98 प्रतिशत, खपरी जलाशय में 13.70 प्रतिशत, पेंड्रावन जलाशय में 16.78 प्रतिशत, कुम्हारी जलाशय में 6.26 प्रतिशत, बरनई जलाशय में 34.35 प्रतिशत, रूसे जलाशय में 7.67 प्रतिशत, पुटकानाला जलाशय में 33.33 प्रतिशत, मयाना जलाशय में 26.39 प्रतिशत, धारा जलाशय 40.35 प्रतिशत तथा केलो जलाशय में क्षमता का 18.14 प्रतिशत जल भराव हो गया है।