आपने बहुतों को कहते सुना होगा, कि तांबे के बर्तन का पानी पीना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद होता है। तांबा यानि कि कॉपर, तांबे के बर्तन में रखे पानी पीने से आपके शरीर में कॉपर की कमी पूरी होती है। क्‍योंकि कॉपर की कमी से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इससे हड्डियों में कमजोरी के साथ बाल और त्‍वचा पर भी प्रभाव पड़ता है। तांबे में मौजूद कॉपर आपके शरीर की बीमारियों से भी रक्षा कर, आपको स्‍वस्‍थ बनाए रखने में मदद करता है।

आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से वात, पित्‍त, कफ संतुलित रहता है। तांबे में रखे पानी को तमारा जल के रूप में भी जाना जाता है। तांबे के बर्तन में रखे पानी के फायदों के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि तांबे की अंगूठी पहनने से भी आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ होते हैं। अगर नहीं? तो आइए जानते हैं कैसे? तांबे की अंगूठी पहने की पंरपरा बहुत पुराने समय से चली आ रही है। तांबे की अंगूठी पहनने के कई फायदे होते हैं। तांबे को सूर्य और मंगल का धातू कहा जाता है। तांबे के लोटे से सूर्य को पानी भी चढ़ाया जाता है। इसके अलावा तांबे का पूजा-पाठ में भी इस्‍तेमाल किया जाता है। इसी प्रकार तांबे की अंगूठी पहनने के भी बहुत से फायदे हैं।

तांबे की अंगूठी पहनने से आपके शरीर को रोगाणुओं से लड़ने में मदद मिलती है साथ ही इसमें मौजूद कॉपर की वजह से वास्‍तु दोष से छुटकारा पाने में भी मदद मिलती है। तांबे की अंगूठी पहनने से यह शनि दोष भी शांत करता है जिससे अर्थराईटिश और एलर्जी जैसी बीमारियां ठीक होती हैं। शरीर के दर्द के साथ पेट संबंधी समस्‍याओं को दूर करने में मददगार है। इसके अलावा यह पाचन को सही रखने के अलावा पेचिश की समस्‍या को दूर करने के लिए तांबे की अंगूठी पहनना फायदेमंद है। तांबे की अंगूठी पहनने से आपकी एसिडिटी व पेट की समस्‍याएं नहीं होंगी।

आजकल के बदलते लाइफस्‍टाइल के चलते ज्‍यादातर लोग तनाव की समस्‍या से परेशान हैं। ऐसे में यदि आप तांबे की अंगूठी पहनते हैं, तो यह शरीर के लिए शीतलक मानी जाती है। यह  शरीर की गर्मी को कम करने के साथ आपके गुस्‍से पर नियंत्रण रखने में फायदेमंद है। तांबे की अंगूठी पहनने से मन शांत रहता है और गुस्‍से को कम किया जा सकता है। इसलिए जिन लोगों को तनाव की समस्‍या है और बात-बात पर गुस्‍सा जल्‍दी आता है, उन्‍हें तांबे की अंगूठी पहननी चाहिए। क्योंकि सूर्य और मंगल गुस्सा देते हैं, तांबे की अंगूठी धारण करने से इन ग्रहो के प्रभाव में नाकारत्मक उर्जा समाप्त करने की ताकत होती है, जिससे तनाव दूर होता है।

तांबे की अंगूठी पहनने से आपकी ब्‍लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से होता है और तांबा रक्‍त को शुद्ध करने में मदद करता है। तांबे की अंगूठी पहनने से वह लगातार शरीर के संपर्क में रहता है। जिससे शरीर को इसके औषधीय गुण मिलते हैं और रक्‍त को शुद्ध करने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है। तांबे की अंगूठी पहनने से ब्‍लड सर्कुलेशन की कमी से जुड़ी समस्‍याएं दूर होती हैं और अर्थराइटिस में भी मदद मिलती है। इस प्रकार तांबे की अंगूठी और तांबे के जग का पानी ग्रहो के दोषो को दूर कर सकारात्मक उर्जा देने में समक्ष होता है। अतः तांबे को अपने आस पास उपयोग करना चाहिए।