गोंडा. उत्तर प्रदेश में बहुत सी जगहों पर लागातार हो रही बारिश आफत बन गई है. गोंडा के घाघरा के कैचमेंट वाले इलाकों सहित नेपाल के पहाड़ों पर लगातार बारिश होने से नदियां उफान पर है. गिरजा, शारदा व सरयू बैराजों से छोड़े जाने के कारण घाघरा नदी पूरे उफान पर पहुंच गई है. कई गांव पूरी तरह से पानी-पानी हो गए हैं.

एल्गिन ब्रिज पर बुधवार को घाघरा नदी खतरे के निशान से 54 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई. सरयू के धारा मे बीते कई दिनों से उठी ऊफान बुधवार के सुबह लाल निशान को पार कर गई. इससे नवाबगंज, तरबगंज और करनैलगंज के दो दर्जन से ज्यादा गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. इनमें से कुछ गांवों में लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है. 

इसे भी पढ़ें – दिल्ली-एनसीआर में दो दिन तेज बारिश के आसार कम

सरयू नदी भी बुधवार के सुबह लाल निशान से पांच सेमी ऊपर पहुंच गई. अयोध्या में नया घाट स्थित केंद्रीय जल आयोग के अनुसार अगले गुरुवार सुबह 8 बजे तक नदी के जलस्तर में 7 सेमी की बढ़ोतरी का पूर्वानुमान है. बुधवार शाम 4 बजे का सरयू का जलस्तर 92.780 सेमी दर्ज किया गया. तटीय क्षेत्र में बसे दत्तनगर, साकीपुर, गोकुला, माझाराठ, तुलसीपुर, जैतपुर, दुल्लापुर, दुर्गागंज गांव के खेत खलिहानों मे सरयू का पानी फैलने लगा है.

इसे भी पढ़ें – झाड़ी में झोले को हिलता देख सांप समझकर नहीं छुआ मछुआरा, दूसरे दिन साथियों के साथ मिलकर खोला तो निकली बच्ची, बारिश में भूखी-प्यासी तड़पती रही मासूम

सबसे ज्यादा प्रभावित दत्तनगर गांव के कई सम्पर्क मार्गों पर हुए जलभराव से यहां के लोगों का सम्पर्क टूट रहा है. बुधवार को ढेमवा रोड पर परिजनों और मवेशी के साथ सड़क किनारे विस्थापित हुए अर्जुन मौर्या ने बताया की घर मे बाढ़ का पानी आ जाने से उन्हे पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा. 

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक