नितिन नामदेव, रायपुर. कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने AICC और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजने के बाद बड़ा बयान सामने आया है. लल्लूराम डॉट कॉम से खास-बातचीत करते हुए अरविंद नेताम ने कहा कि,
सरकार के कामकाज से हम संतुष्ट नहीं थे और हमारे लिए कानून कायदे नहीं बने हैं. पेसा कानून, जल, जंगल जमीन के कानून का उल्लंघन हो रहा है. यह चिंता का विषय हो गया है कि, आदिवासी समाज जिंदा रहेगा की नहीं. वहीं सीएम भूपेश ने इस्तीफे को लेकर कहा, इस्तीफा देने में बहुत देर कर दिया.
आगे अरविंद नेताम ने कहा, कांग्रेस पार्टी में जब मैं था, तब मैं इसका विरोध क्यों नहीं किया यह आप कुमारी शैलजा से पूछना.
हम आदिवासी सीटों से चुनाव लड़वाएंगे. समाज ने फैसला किया है. अगर यह सरकार हमारे हितों की रक्षा सही तरीके से करती तो चुनाव क्यों लड़ते. इन लोगों ने मजबूर कर दिया मजबूरी में लड़ रहे हैं.
इन मुद्दों पर मचेगा घमासान
अरविंद नेताम ने कहा, सामाजिक मुद्दों को लेकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. हमारे पास कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है.
और हम समाज के लोगों की मदद करेंगे. हम आदिवासियों के हित में काम कर रहे हैं. बीजेपी के स्टेटमेंट को हम सुनते रहते हैं. कांग्रेस पार्टी को मुझे कुछ नहीं कहना है. ईमानदारी से कानून कायदा का पालन करें, जो आदिवासियों के हित में बना है.
CM बघेल का पलटवार
आदिवासी नेता अरविंद नेताम का कांग्रेस से इस्तीफे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान देते हुए तंज कसा है. सीएम भूपेश ने कहा, इस्तीफा देने में बहुत देर कर दिए. पार्टी विरोधी गतिविधियों में नेताम शामिल थे. कितने बार दल बदल चुके हैं . भानुप्रतापुर उपचुनाव के ही समय उन्होंने उम्मीदवार उतार दिया था. नेताम बीजेपी के इशारों पर चल रहे थे. उनकी लगातार बीजेपी के साथ बैठकें हो रही हैं. हम निष्कासित करते तो फिर किसी पार्टी में चले जाते.
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