पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा. नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए साथी नक्सलियों की मौत को शहीद बताकर इन दिनों शहीदी सप्ताह मना रहे है. इसी के मद्देनजर रेलवे ने विशाखापट्टनम से किरंदुल तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को 3 अगस्त तक के लिए रद्द कर दिया गया है. यह ट्रेन जगदलपुर तक ही चलेगी.

शनिवार से नक्सली शहीदी सप्ताह मना रहे हैं. इसी कारण रेलवे ने सुरक्षा की दृष्टि से यह फैसला लिया है. इस दौरान दिन में मालगाड़ी का परिचालन होगा, लेकिन रात में मालगाड़ी का परिचालन भी बंद कर दिया गया है. नक्सलियों द्वारा आए दिन रेल मार्ग पर हमले को देखते हुए रेलवे उच्च अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है. बता दें कि नक्सली 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना रहे हैं. इस दौरान ये अपनी मौजूदगी बताने के लिए बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं.

अगस्त में नक्सलियों द्वारा शहीदी सप्ताह इस लिए मनाया जा रहा है क्योंकि इस दौरान वे मुठभेड़ों में मारे गए नक्सलियों को श्रद्धांजलि देते हैं. साथ ही इनके शहीदी सप्ताही को देखते हुए जवानों को अलर्ट कर दिया गया है. शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं ताकि जंगल में अपनी दस्तक को बता सकें. इसलिए नक्सली इलाकों में जवानों ने सर्चिंग बढ़ाया है. नक्सलियों की हर गतिविधि पर नजर है. घोर नक्सली एरिया में आवागमन को भी बंद कर दिया गया है. दरअसल किरन्दुल से जगलदपुर रेलवे स्टेशन के बीच बचेली, भांसी, कामालूर जैसे संवेदनशील रेलवे स्टेशन पड़ते है. जहां घने जंगलों के बीच से होकर ट्रेन गुजरती है. जिसका फायदा उठाकर नक्सली लगातार इन इलाकों में वारदात को आसानी से अंजाम दे देते है.

आपको बता दें कि अब हाल में ही 25 जुलाई को नक्सलियों ने कामालूर रेलवे स्टेशन के पास 100 मीटर पटरी उखाड़कर पैसेंजर ट्रेन को निशाना बनाया था. वहीं शनिवार को जगरगुंडा मार्ग के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र में जवानों ने नक्सलियों द्वारा फेंके गए बैनर के नीचे से 5 किलो का आईईडी बरामद किया था. नक्सली बैनर-पोस्टर की आड़ में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.