शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस दोनों तरफ से दावे किए जा रहे है की इस बार सत्ता के सिंहासन पर जनता उनको काबिज करेगी और जल्द टिकट का ऐलान भी किया जाएगा, लेकिन टिकट ऐलान मामले में बीजेपी और कांग्रेस से आगे बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) निकल गई है। बसपा ने 7 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है।
उत्तरप्रदेश से सटे वाली विधानसभा
बहुजन समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस और बीजेपी से पहले उम्मीदवारों घोषित कर बता दिया है की इस बार वो दोनों दलों को वॉक ओवर नहीं देगी खासकर उसके प्रभाव वाले इलाकों जो यूपी से सटे हुए है। जिन उम्मीदवारों का नाम पहली लिस्ट में आया है वो उत्तरप्रदेश से सटे वाली विधानसभा है। ये वो सीटें भी है जहां बसपा पहले चुनाव जीत चुकी है या फिर उसका दबदबा रहा है।
मौजूदा विधायक रामाबाई का सूची में नाम नहीं
बसपा का सबसे ज्यादा जनाधार यूपी है लेकिन एक साल पहले हुए उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में बसपा खाता नहीं खुला था। जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे की बसपा एमपी में ज्यादा दमखम नहीं दिखा पाएगी लेकिन 6 अगस्त को भोपाल में बसपा ने शक्ति प्रदर्शन किया और बड़ी संख्या में उसमें कार्यकर्ता शामिल हुए, जिसमें मायावती के भतीजे भी पहुंचे। बसपा ने जो टिकटों का ऐलान किया उसमें नजर दौड़ाए तो उसमें रिटायर्ड डीएसपी और कांग्रेस के दिग्गज नेता ब्रजेन्द्र सिंह राठौर के भाई के नाम भी शामिल है, लेकिन मौजूदा विधायक रामाबाई का सूची में नाम नहीं है।
इन सीटों पर बसपा ने उतारे उम्मीदवार
दिमनी से बलवीर दंडोतिया को बसपा ने उम्मीदवार बनाया है। वो 2013 में यहां बसपा के टिकट पर चुनाव जीत थे बाद में कांग्रेस में चले गए थे। कुछ महीने पहले कांग्रेस से बसपा में शामिल हुए थे अब उन्हें टिकट से नवाजा गया है।
सतना जिले की रामपुर बघेलान सीट से बसपा ने रिटायर्ड तहसीलदार को उम्मीदवार बनाया है। बसपा के विधानसभा प्रत्याशी बनाए गए है वे साल 2020 में तहसीलदार पद से रिटायर हुए और सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्ति के 17 दिन बाद बसपा जॉइन कर ली थी।
निवाड़ी सीट से बीएसपी ने अवधेश प्रताप सिंह राठौर को प्रत्याशी घोषित किया है। अवधेश प्रताप सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय बृजेन्द्र सिंह राठौर के चचेरे भाई हैं। अवधेश टीकमगढ़ जिला पंचायत के सदस्य और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
कांग्रेस में टिकिट को लेकर बड़ी खबरः प्रत्याशियों को लेकर तीन स्तर पर सर्वे, AICC को भेजेंगे रिपोर्ट
राजनगर विधानसभा सीट पर बीएसपी ने रामराजा पाठक को प्रत्याशी बनाया है। वे साल 2008 में बसपा में शामिल हुए थे। एक बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ चुके हैं। फिलहाल रामराजा पाठक की भाभी हेमलता पाठक नौगांव जनपद अध्यक्ष की अध्यक्ष हैं।
सतना जिले की रैगांव सीट पर बीएसपी ने अपने पुराने कार्यकर्ता को उम्मीदवार घोषित किया है। 1990 से बसपा में काम कर रहे देवराज अहिरवार को रैगांव सीट पर प्रत्याशी बनाया है। ये सीट पहले भी पार्टी जीत चुकी है।
रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा सीट पर बीएसपी ने तीसरी बार पंकज सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है। पंकज 2013 और 2018 में इसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। 2013 में उन्हें 30 हजार वोट और 2018 में 39 हजार वोट मिले थे। दोनों ही चुनावों में वे दूसरे नंबर पर थे।
रीवा जिले की सिरमौर सीट से बीएसपी ने पुलिस विभाग के रिटायर डीएसपी विष्णुदेव पांडेय (वीडी) को उम्मीदवार घोषित किया है। वीडी पांडेय रीवा की सेमरिया सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक अभय मिश्रा के समधी हैं।
एमपी में सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूला
पहली लिस्ट से साफ हो गया है बीएसपी ने क्षेत्र और जातिगत समीकरण को देखते हुए अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा एमपी में सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले को आगे बढाती दिखाई देगी, क्योंकि 7 उम्मीदवारों में से 3 ब्राहम्ण प्रत्याशी बनाए गए है। अब देखना होगा बसपा की ये प्लानिंग उसे चुनाव में कितना फायदा पहुंचाती है। क्या वो किंगमेकर बन पाएगी जिसका वो सपना देख रही है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक