रमेश सिन्हा, पिथौरा. इस जिले में एक स्कूल ऐसा भी है जहां के शिक्षक सरकार द्वारा संविलियन की घोषणा करने के बाद अपनी जुलाई महीने के बढ़े हुए वेतन को गांव के ग्राम पंचायत को दान कर दिया है. ऐसा कर वो गांव के बागवानी और वृक्षारोपण में सहयोग करना चाहते है. जिससे अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जा सके और पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सके. दरअसल ये मामला पिथौरा विकासखण्ड के सपोस गांव का है.
ये शिक्षक ग्रीन सपोस के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के है. इस विद्यालय में शिक्षकों और ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों ने 22 जुलाई को एक बैठक का आयोजन किया. उस बैठक में इन्होंने मिलकर कई विषयों पर चर्च की. जिसमें राष्ट्रगान को माइक के माध्यम से पूरे गांव में ग्राम वासी द्वारा गाने के संबंध में रखा गया, दूसरा ग्रीन सपोस गबौद को नाम के अनुरूप और हरा भरा करने के संबंध में की गई, तीसरा ग्राम के विकास में ग्राम के शिक्षकों के योगदान पर भी चर्चा की गई. जिसके बाद ग्रीन सपोस गबौद के शिक्षकों ने फैसला किया कि जुलाई माह के बढ़े हुए वेतन को गांव के ग्राम पंचायत को विकास के लिए देंगे. जिससे गांव का विकास हो सके.
इसमें शिक्षक और पूर्व शिक्षकों के साथ-साथ ग्राम के जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने भी दान देने का निर्णय किया है. जिनमें रविशंकर बंजारा, किशोर यादव, जीवन दाता, लखन धृतलहरे, छगन बेनर्जी, पुरंदर बंजारा, किशन बघेल, भुवन कोसरिया, तरूवर कोसरिया, देवानंद जांगड़े शामिल है.
शिक्षकों में जिन्होंने पैसा देने का फैसला लिया है. उनमें मोती राम ध्रुव- 5100रु, पवित्र बाघ- 5000 रु, भोला बंछोर- 4000 रु, कमल रात्रे 4000 रु, विद्याधर बिशी -2500 रु, शैलेश बघेल 2100 रु, रामचरण बरिहा- 2100 रु, उज्जल पालेश्वर 2100 रु शामिल है. वहीं कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा भी पैसा दिया गया जिनमें संतोष सिंह ठाकुर- 5000 रु, पुरुषोत्तम धृतलहरे 4000 रु, नरोत्तम साहू 2100 रु, अश्विनी विशाल 2100 रु शामिल है.
शिक्षकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा गांव को विकास की ओर ले जाने पर गांव के ग्रामवासियों ने सभी का दिल से आभार जताया है. इतना ही नहीं सभी से अपील भी की है कि इसमें आप लोग भी आगे आकर इस तरह का कार्य करें और अपना सहयोग दें. साथ ही अपने क्षेत्र में भी इस तरह की सराहनीय कार्यकर क्षेत्र के विकास में सहयोग करें.