फीचर स्टोरी। कहते हैं कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद में अमृत पिलाने से क्या फायदा. कुछ ऐसे ही हालात छत्तीसगढ़ के 28 जिलों के कुछ हिस्सों में थे, जहां के लिए लोग पानी की एक-एक बूंद-बूंद के लिए तरस रहे थे. गंदे पानी पीकर गुजर-बसर कर रहे थे, लेकिन इन सबके बीच भूपेश सरकार ने बदहाल और बेबस लोगों की जिंदगी में अमृत घोल दी. गांवों में घर-घर नल जल कनेक्शन भेज खुशियों की धारा बहाई है. भूपेश सरकार जल से ‘जीवन’ बांट रही है. 28 जिलों में जल जीवन मिशन को वरदान साबित कर दिखाया है. 28 लाख से अधिक परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देकर ‘अमृत’ धारा बहाई है.
राज्य के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है. प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत 50 लाख 12 हजार 134 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए जाने के विरूद्ध वर्तमान में 28 लाख 01 हजार 031 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं. इसके साथ-साथ राज्य के 39 हजार 113 स्कूलों, 37 हजार 501 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 15 हजार 614 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है.
छत्तीसगढ़ का रायपुर जिला सर्वाधिक 01 लाख 42 हजार 131 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में अग्रणी है. इसी तरह जांजगीर-चांपा जिला 01 लाख 41 हजार 642, महासमुंद जिले में 01 लाख 37 हजार 722 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं.
इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही साथ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंतर्गत बनाए गए गौठानों में भी पेयजल की आपूर्ति की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी डॉ. एस. भारतीदासन एवं मिशन संचालक आलोक कटियार द्वारा जमीनी स्तर पर राज्य में सिंगल विलेज स्कीम और मल्टी विलेज स्कीम और अन्य पेयजल योजनाओं सहित जल जीवन मिशन के कार्यों का क्रियान्वयन की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है.
जल जीवन मिशन के तहत अब तक धमतरी जिले में 01 लाख 29 हजार 954, रायगढ़ जिला में 01 लाख 26 हजार 118, कवर्धा 01 लाख 22 हजार 618, बिलासपुर में 01 लाख 22 हजार 245, बलौदाबाजार-भाटापारा में 01 लाख 21 हजार 129 घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं.
इसी प्रकार दुर्ग जिले में 01 लाख 15 हजार 413, मुंगेली में 01 लाख 14 हजार 556 तथा राजनांदगांव जिला 01 लाख 12 हजार 278 नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं. इसी तरह बालोद में 01 लाख 12 हजार 138, बेमेतरा जिले में 01 लाख 12 हजार 025, सक्ती में 01 लाख 5 हजार 783, गरियाबंद 89 हजार 001, बलरामपुर में 87 हजार 419, जशपुर में 86 हजार 341, कोरबा में 84 हजार 946, सरगुजा जिले के 84 हजार 430, बस्तर में 80 हजार 546 शुद्ध पेयजल के लिए घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं.
सूरजपुर में 78 हजार 976, कोण्डागांव में 75 हजार 471, कांकेर 72 हजार 813, सांरगढ़-बिलाईगढ़ में 58 हजार 912, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 48 हजार 299, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 42 हजार 937, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 38 हजार 192, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 30 हजार 119, सुकमा में 29 हजार 926, कोरिया में 27 हजार 864, बीजापुर 26 हजार 229, दंतेवाड़ा में 25 हजार 177 और नारायणपुर जिले में 17 हजार 683 ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल के लिए घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं.
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