Rajasthan News: कोटा. कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या के बढ़ते मामलों की जांच करने के लिए जिला प्रशासन हर पखवाड़े कोचिंग छात्रों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण करेगा। परीक्षण से छात्रों में आत्महत्या की प्रवृत्ति का पता लगाने में मदद मिलेगी, ताकि उन्हें समय पर परामर्श प्रदान किया जा सके। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मामले में जुड़े कई हितधारकों के प्रतिनिधियों के साथ जिला स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है। सरकारी दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए हुई बैठक में कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कोटा जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को बताया, हम हर कोचिंग छात्र का हर पखवाड़े मनोवैज्ञानिक परीक्षण करने जा रहे हैं, चाहे वह कोचिंग संस्थान, छात्रावास या पीजी में हो। उन्होंने कहा, मनोवैज्ञानिक परीक्षण का उद्देश्य छात्र की मनोवैज्ञानिक स्थिति का पता लगाना है और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ परामर्श प्रदान करेंगे।
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