Retirement Planning: कई लोग नौकरी शुरू करने के साथ ही रिटायरमेंट की प्लानिंग भी शुरू कर देते हैं. बाजार में ऐसी कई योजनाएं हैं, जिनमें निवेश करने के बाद आप बुढ़ापे में पेंशन के तौर पर एक निश्चित रकम पा सकते हैं या एकमुश्त रकम जुटा सकते हैं।

जब भी रिटायरमेंट में निवेश की बात आती है तो नेशनल पेंशन स्कीम को सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। इस योजना का संचालन पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाता है। यह एक सरकारी योजना है. जिसमें आप भी निवेश कर टैक्स बचत का फायदा उठा सकते हैं.

केंद्र सरकार द्वारा संचालित नेशनल पेंशन स्कीम में 60 साल की उम्र तक निवेश करना होता है. जिसके बाद 60 फीसदी रकम एकमुश्त निकाली जा सकती है. इसके अलावा बाकी रकम आप पेंशन के तौर पर ले सकते हैं. इसमें निवेश पर दस फीसदी रिटर्न मिलता है.

एनपीएस में कोई भी व्यक्ति एक साल में कम से कम 6000 रुपये का निवेश कर सकता है. योजना की शुरुआत में आपको एक निश्चित राशि से निवेश शुरू करना होगा। 18 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति योजना में निवेश शुरू कर सकता है। जिसे आप 70 साल तक जारी रख सकते हैं.

फायदे क्या हैं?

नेशनल पेंशन स्कीम में निवेश का सबसे बड़ा फायदा टैक्स बचत है। इस योजना में निवेश करने वाले लोग आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 150,000 रुपये और धारा 80सीसीई के तहत 50,000 रुपये की कटौती का दावा कर सकते हैं। पीपीएफ में निवेश करने वालों को फिलहाल 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है.

एनपीएस में निवेश से दस फीसदी रिटर्न हासिल किया जा सकता है. आम तौर पर एनपीएस खाते दो प्रकार के होते हैं। जिसमें पहला है टियर 1 और दूसरा है टियर 2. टियर 1 में निवेश करने वाले लोग 60 साल की उम्र के बाद ही पैसा निकाल सकते हैं. वहीं, टियर 2 लोगों के लिए ऐसी कोई सीमा नहीं है। निवेशक कभी भी पैसा जमा और निकाल सकते हैं।

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