रायपुर. स्वर्गीय देवीप्रसाद चौबे की स्मृति में सीएम हाउस में वसुंधरा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम भूपेश बघेल भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री बघेल ने लोकजागरण के लिए वरिष्ठ पत्रकार-लेखक सुधीर सक्सेना को प्रशस्ति पत्र, शॉल और श्रीफल भेंट कर वसुंधरा सम्मान से सम्मानित किया. कार्यक्रम में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डॉ. रामसुंदर दास, राज्य योग सेवा आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, पद्मश्री ममता चन्द्राकर और पूर्व में वसुंधरा सम्मान से सम्मानित सदस्य भी उपस्थित रहे.
वरिष्ठ पत्रकार सुधीर सक्सेना ने कहा, किसी भी पुरस्कार की महत्ता का आकलन इस बात से होता है कि, वो निरंतरता रचती है या नहीं. इसका निर्धारण इस बात से भी होता है कि, यह पुरस्कार किन लोगों को पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है. इस दृष्टि से यह पुरस्कार मेरे लिए संतोष का विषय है.
पुश्किन का कहना है कि, कोई भी सम्मान कवि के हृदय में होता है. मेरे लिए यह मेरे सरोकारों का सम्मान है. छत्तीसगढ़ में मुझे जो प्रेम मिला है, वो अद्वितीय है. जो भी प्यार से मिला, हम उसी के हो लिए, यह छत्तीसगढ़ की खासियत है. 1978 में पहली बार यहां आया, तभी से हर साल यहां आता हूं. इसने मुझे मोहपाश में बांध लिया है. यहां की आबोहवा से प्रभावित होकर गुरुदेव रवींद्रनाथ आए थे. कालिदास का मेघदूतम यहीं रचा गया. मैं जब भी यहां आता हूं तो लगता है मैं घर लौटा हूं. इस सम्मान से बड़ी जिम्मेदारी भी आई है. निरंतर सरोकारों से जुड़े रहने की जिम्मेदारी है.
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