Salasar Techno Engineering: 9 अप्रैल 2020 को निवेशकों को 4 रुपये के निचले स्तर से करीब 13 गुना रिटर्न देने वाली कंपनी सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड ने अपने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. 12 अगस्त को सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक हुई, जिसमें चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के स्टैंडअलोन और समेकित अनऑडिटेड वित्तीय परिणामों को मंजूरी दे दी गई है.

इसके साथ ही सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग के निदेशक मंडल की बैठक में उधार लेने की सीमा 700 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1000 करोड़ रुपये करने को भी मंजूरी दे दी गई है. सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड के निदेशक मंडल की 12 अगस्त को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि, कंपनी की वार्षिक आम बैठक 23 सितंबर, 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की जाएगी.

इसके साथ ही सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग के निदेशक मंडल ने 10% के लाभांश को भी मंजूरी दे दी है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जारी नतीजों में सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग ने बताया है कि, कंपनी के परिचालन से आय 261.86 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में इसमें करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

टैक्स भरने से पहले मुनाफे की बात करें तो सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग का मुनाफा 9.84 करोड़ रुपये से बढ़कर 13.65 करोड़ रुपये हो गया है.

अगर हम अक्षय ऊर्जा और अन्य प्रकार का व्यवसाय करने वाली सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग की बात करें तो इसके शेयरों ने पिछले 1 साल में 24 रुपये से 54 रुपये तक का सफर देखा है और निवेशकों को 120% का बंपर रिटर्न दिया है.

पिछले 5 वर्षों में सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग के शेयरों ने निवेशकों को 15 रुपये से 54 रुपये के स्तर तक लगभग 255% का रिटर्न दिया है. 28 जुलाई 2017 को सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयरों ने 12 रुपये से अपना सफर शुरू किया, जहां से निवेशकों को अब तक 333% का मल्टीबैगर रिटर्न मिल चुका है.

सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर 27 मार्च 2020 को 3.88 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए थे, जहां से निवेशकों को अब तक 15 गुना रिटर्न मिल चुका है. सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड दूरसंचार, बिजली, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट सिटी समाधान और भारी इस्पात संरचना आदि में काम करती है. सालासर टेक्नो बुनियादी ढांचे के कारोबार में एक विशेषज्ञ कंपनी है, जो खुद को डिपेंडेबल इंफ्रास्ट्रक्चर एनेबलर्स कहती है.

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