रायपुर। लल्लूराम डाॅट काॅम की खबर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन  सिंह ने संज्ञान लेते हुए राजनांदगांव जिला प्रशासन को मेडिकल काॅलेज हाॅस्पिटल की व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं. दरअसल लल्लूराम डाॅट काॅम ने सरकारी शव नहीं मिलने पर एक स्कूली छात्रा के शव को पिता द्वारा ठेले से बस स्टैंड तक ले जाने की घटना को प्रमुखता से उठाया था, जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है.

 

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा मुक्तांजलि योजना शुरू की गई है.  इसके अंतर्गत सरकारी अस्पतालों को 60 शव वाहन भी दिए गए हैं, ताकि दिवंगतों के पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक उनके घरों तक निःशुल्क पहुंचाया जा सके. इसके अलावा शासकीय जिला अस्पतालों और  सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जनभागीदारी से जीवन दीप समितियां भी कार्यरत हैं.  समितियों के माध्यम से मरीजों को जरूरी बुनियादी सुविधाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध करायी जा सकती हैं.  मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को अपने-अपने जिलों में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था और वहां के प्रबंधन के कार्यों की नियमित समीक्षा करने तथा जीवन दीप समितियों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित करने के भी निर्देश दिए हैं.

इधर मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव की घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने अधिकारियों की बैठक ली.  उन्होंने स्थानीय एस.डी.एम. को प्रकरण की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं.  इसके साथ ही कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं का लगातार ध्यान रखने के लिए एक डिप्टी कलेक्टर की भी ड्यूटी लगाई है.