सुकमा. जिले के अति सवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम एल्मागुण्डा में जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ, प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से सोमवार विद्युतीकरण कार्य पूरा हुआ. बता दें कि एल्मागुण्डा में नक्सलियों के कारण बिजली की सुविधा आज तक यहां नहीं पहुंच पाई थी. ग्रामीण अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर थे. अब दशकों बाद ये गांव जगमगा उठा है. दशकों बाद इस गांव में बिजली पहुंची है.

जिला पुलिस द्वारा समय-समय पर एल्मागुण्डा सहित आसपास के ग्रामीणों की लगातार बैठक लेकर ग्रामीणों को नक्सली के कारनामों से अवगत कराकर गांवों के विकास में सहभागी बनने और ग्रामीणों को नक्सलवाद से दूर रहने, गांव के विकासात्मक कार्यो में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जिला पुलिस, सीआरपीएफ और प्रशासन के प्रयास से सोमवार को एल्मागुण्डा के ग्रामीणों का घरो में विद्युतीकरण होने से गांव जगमगा उठा है. ग्रामीणों के चेहरे में वर्षो बाद घरो में बिजली की रोशनी की जगमगाहट से खुशी का माहौल है.

ग्रामीण शासन-प्रशासन की भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे हैं. ग्रामीण भविष्य में नक्सलवाद से दूर रहने कृतसंकल्पित हैं. बता दें कि तोंडामरका गांव में 6 महीने पहले ही सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया है. कैम्प लगने के बाद एल्मागुण्डा के विकासात्मक कार्यो में तेजी आई है और भविष्य में भी ग्रामीणों तक अन्य सुविधाएं पहुंचाई जायेगी.

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