बिलासपुर जिले में पिछले दिनों कुछ उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उचित मूल्य से ज्यादा दर पर उर्वरक बिक्री का मामला सामने आया था. जिस पर कृषि विभाग की संचालक महोदया ने संज्ञान लेते हुए संचालनालय कृषि छ.ग. रायपुर संभागीय संयुक्त संचालक कृषि बिलासपुर और उप संचालक कृषि बिलासपुर को संयुक्त दल गठन कर तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया.

बिलासपुर कलेक्टर के आदेश पर दल गठन के बाद सोमवार को विभिन्न उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों में निरीक्षण किया गया. जिसमें हरदीकला स्थित मेसर्स कौशिक कृषि केन्द्र, में दबिश दी गई. जिसमें रिकार्ड संधारण अपूर्ण और बिल बुक सही नहीं पाए जाने को लेकर विक्रय पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की गई. इसके बाद शनिचरी स्थित मेसर्स कृषक साथी में दल द्वारा निरीक्षण किया गया. जिसमें निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर यूरिया विक्रय करते पाया गया, साथ ही संस्थान के गोदाम का आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा. जिस पर मेसर्स कृषक साथी के विक्रय और भण्डारण स्थल को दल द्वारा सील करने की कार्रवाई की गई.

शनिचरी में ही स्थित मेसर्स वसुंधरा कृषि संसार का भी निरीक्षण किया गया. जहां बिना खाद विक्रय (पॉस) आई.डी. के यूरिया खुली बोरी से विक्रय करते पाया गया. साथ ही अनुज्ञप्ती में स्त्रोत प्रमाण पत्र का समावेश किये बिना जैव उर्वरकों का विक्रय किया जा रहा था. उक्त सभी कृत्य उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के निर्धारित प्रावधानों के विपरीत हैं. दल द्वारा कार्यवाही करते हुए मेसर्स वसुंधरा कृषि संसार को भी सील कर दिया गया. कृषि विभाग के गठित दल में संचालनालय कृषि छ.ग. रायपुर से सुमित सोरी सहायक संचालक कृषि, संयुक्त संचालक कृषि संभाग बिलासपुर से अशोक कुमार बनाफर सहायक संचालक कृषि एस. एस. जगत और कार्यालय उप संचालक कृषि बिलासपुर से आशुतोष श्रीवास्तव सहायक संचालक कृषि और पी.एल. उपाध्याय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के साथ ही क्षेत्रीय उर्वरक निरीक्षक आर.एस. गौतम और अजय सिंह उपस्थित थे.

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