शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Capital Bhopal) में साल 2011 में हुए आरटीआई एक्टिविस्ट शहला मसूद (RTI activist Shehla Masood) के बहुचर्चित हत्याकांड ने देश-प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया था। यह मामला एक बार सुर्खियों में आ गया है। इस मामले को लेकर मृतिका के परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है। आज शहला मसूद को परिजन, पड़ोसियों ने श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही शहला मसूद हत्या कांड मामले में परिजनों दोबारा CBI जांच कर असली आरोपियों को सजा देने की मांग की है।
वहीं BJP नेता पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह के खिलाफ भी जांच की मांग कर रहे हैं। पूर्व विधायक की विधानसभा की दावेदारी के लेकर शहला मसूद के परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है। ध्रुव नारायण सिंह मध्य विधानसभा से बीजेपी से टिकट मांग रहे हैं, भोपाल की मध्य विधानसभा से वे विधायक रहे है। लेकिन शहला मसूद हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद उनका टिकट कट गया था।
यह था बहुचर्चित शहला मसूद हत्याकांड मामला
बता दें कि, 16 अगस्त 2011 को राजधानी भोपाल की बड़ी आरटीआई एक्टिविस्ट 38 वर्षीया शहला मसूद की उसके घर के बाहर कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले को लेकर जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी इस केस की कड़ियां उलझने लगीं इस बीच मीडिया के दबाव में आकर प्रदेश सरकार ने 19 अगस्त 2011 को यह जांच सीबीआई को सौंप दी। जैसे जैसे सीबीआई की जांच आगे बढ़ी इसमें कई सनसनीखेज़ खुलासे हुए एक अप्रत्याशित प्रेम त्रिकोण भी सामने आया, जिसने जांच की दिशा ही बदलकर रख दी। इस प्रेम त्रिकोण में शामिल पात्र थेः प्रेम दीवानी जाहिदा परवेज, जिसकी शादी भोपाल के सबसे रईस बोहरा खानदानों में से एक में हुई थी। आशिक मिजाज ध्रुव नारायण सिंह और तेज तर्रार शहला मसूद, जो इवेंट मैनेजमेंट प्रोफेशनल होने के साथ आरटीआई एक्टिविस्ट भी थीं। सीबीआई की जांच के मुताबिक भोपाल के तत्कालीन भाजपा विधायक ध्रुवनारायण सिंह के जाहिदा और शहला, दोनों से वैवाहिक संबंध थे।
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