शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारी शुरू हो गई है। सत्ताधारी बीजेपी भी चुनाव की तैयारी में जुट गई है। इसी कड़ी में बीजेपी के चुनावी चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 अगस्त को शिवराज सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे। वहीं 20 अगस्त को ही कांग्रेस की भी बैठक होगी।

शिवराज सरकार के कार्यों का लेखा-जोखा तैयार करने में मंत्रालय जुटा हुआ है। रिपोर्ट में सरकार के विजन समेत केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की उपलब्धि शामिल होगी। महिला, युवा, आदिवासी, कर्मचारी समेत हर वर्गों के कार्यों का लेखा जोखा होगा। रिपोर्ट का प्रेजेंटेशन भी तैयार होगा। केंद्र सरकार की अलग अलग रिपोर्ट का भी उल्लेख होगा। विभागीय पीसी और संबंधित मंत्री रिपोर्ट कार्ड की समीक्षा करेंगे और सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रेजेंटेशन देखेंगे।

20 को कांग्रेस की बैठक

मध्यप्रदेश में आने वाले कुछ दिनों के अंदर बड़ी बैठकों का दौर जारी रहेगा। 20 अगस्त को कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। कांग्रेस में लगातार बैठकों का दौर जारी रहेगा। उसके पीछे का कारण है कि चुनाव कमेटी और चुनाव समिति की बैठक एक साथ होने जा रही है। कैंपेन कमेटी और चुनाव समिति में शामिल सदस्यों की नियुक्ति के बाद यह पहली बैठक कांग्रेस कार्यालय में होगी। कैंपेन की रणनीति और चुनाव की प्लानिंग को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता मंथन करेंगे। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव सहित कांग्रेस के 19 से अधिक सदस्य शामिल होंगे।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस का लक्ष्य मिशन 2023

कांग्रेस की इलेक्शन कमेटी में 40 सदस्य हैं। कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का लक्ष्य मिशन 2023 है और इसे पूरा करने के लिए 20 तारीख को बैठक होने जा रही है। कांग्रेस के तमाम सदस्य इस बैठक में शामिल होंगे। वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए संगठन महामंत्री ने कहा कि भोपाल के बजाय भाजपा को ग्वालियर में कार्य समिति की बैठक करनी पड़ रही है। उसके पीछे की वजह है कि साल 2018 में हुए चुनाव के परिणाम से बीजेपी के अंदर डर का माहौल है। सरकार बनाने के लिए गद्दारों का साथ लेने वाली बीजेपी ग्वालियर में बैठक करने जा रही है। स्पष्ट है कि गद्दार और बीजेपी के मूल कार्यकर्ता के बीच में विरोधाभास है। इसी डैमेज को कंट्रोल करने के लिए बीजेपी ने ग्वालियर को चुना है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus