लुधियाना. पंजाब के लुधियाना में खुद को एक निजी बैंक का कर्मचारी बताने वाले कुछ लोगों ने व्यापारिक राजधानी लुधियाना के एक कारोबारी को सवा 4 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया. इस संबंध में मिली शिकायत पर जांच के बाद साइबर क्राइम सेल की टीम ने मामले में सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.

जानकारी के अनुसार, रसपाल सिंह, निवासी मॉडल टाउन, ने बताया कि उनका नट-बोल्ट बनाने का कारोबार है. कुछ लोगों, जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं, ने खुद को कोटेक महिंद्रा बैंक हैदराबाद के कर्मचारी बताकर मोटा मुनाफा कमाने की बात कही. इन लोगों ने निवेश करने के प्लान संबंधी जानकारी दी, जिसके झांसे में आकर रसपाल सिंह ने छह महीनों में 4 करोड़ 35 लाख रुपये इन आरोपियों द्वारा बताई गई वेबसाइट पर निवेश कर दिए.

धोखाधड़ी का खुलासा

जब रसपाल सिंह को कोई मुनाफा नहीं हुआ, तो उन्होंने संबंधित बैंक की स्थानीय शाखा से संपर्क किया, जहां से उन्हें पता चला कि हैदराबाद की जिस शाखा का जिक्र किया जा रहा है, वह साल पहले ही बंद हो चुकी है. इस खुलासे के बाद रसपाल सिंह को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है.

जालसाजों की पहचान और मामला दर्ज

साइबर क्राइम सेल ने जांच के बाद आरोपी तनवी शर्मा, शिवानी, ज्योति शर्मा, सरन गुप्ता, मंडेर पवार, बिक्रम पटेल और अंजली शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.

धोखाधड़ी की तकनीक

रसपाल सिंह के अनुसार, जालसाजों ने उनके साथ ऑनलाइन संपर्क किया और सभी औपचारिकताएं एक अच्छे बैंक की तरह ही पूरी की गईं. इससे साबित होता है कि धोखाधड़ी में कुछ बैंक के पुराने कर्मचारियों का भी हाथ हो सकता है.

यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि ऑनलाइन निवेश करते समय सतर्क रहना जरूरी है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को देनी चाहिए.