विप्लव गुप्ता,पेंड्रा. पुलिस ने दो साध्वियों के साथ बंदूक की नोक पर सामूहिक दुष्कर्म मामले की एक रिपोर्ट दर्ज की थी. जो जांच के बाद फर्जी निकला है. पुलिस के मुताबिक 2 अलग-अलग साधुओं के संपत्ति विवाद के कारण सन्तकुटीर आश्रम के पहले बाबा सचिदानंद के कहने पर प्लानिंग की गई थी. जबकि दूसरे बाबा तपस्यानंद की एक साध्वी ने आश्रम का पोल खोलते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के सत्यलोक आश्रम में कई बार बलात्कार और शोषण किया गया है. पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट कराने वाली दोनों साध्वियों सहित बाबा सच्चिदानंद के विरुद्ध कूट रचना का मामला दर्ज कर लिया है.
बाबाओं ने एक ही समाज के आश्रम पर कब्जा करने के लिए अपने दूसरे साथी बाबा को आरोपों के जाल में फंसा का प्रयास किया था. ये मामला शनिवार 2 मार्च को जब मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश पर पेंड्रा थाने में 15 जून को एफआईआर दर्ज की गई थी. साध्वियों ने रिपोर्ट में लिखवाया था कि पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन पर उतर कर जब वह कोरबा जा रही थी तभी उनके साथी सेवकों ने दो साध्वियों का सोन नदी के किनारे नीलगिरी प्लांटेशन पर बंदूक की नोक पर रेप किया था .
साध्वियों ने जिनका नाम बताया था उन चारों को पुलिस गिरफ्तार कर पेंड्रा ले आई. दरअसल पुलिस की जांच में ये बात फर्जी पाई गई. साथ ही ये पाया गया कि सच्चिदानंद बाबा के खिलाफ उत्तरप्रदेश में पहले से एक मामला दर्ज है . इस मामले के सामने आने के बाद उन्हें यहां से हटाने की तैयारी चलने लगी जिसे देखते हुए सच्चिदानंद ने ये साजिश रची थी
जिसके बाद बाबा सच्चिदानंद चौधरी ने अपने अन्य साथियों की मदद लेकर देश के अलग-अलग स्थानों में इस तरीके की कूट रचना रची तपस्या नंद के खिलाफ अलग-अलग स्थानों में दुष्कर्म एवं जान से मारने की कोशिश का मामला दर्ज कराने निकल पड़े. फिलहाल पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट कराने वाली दोनों महिलाओं सहित बाबा सच्चिदानंद के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है.