दीपक ताम्रकार, मंडला। पूर मध्यप्रदेश सहित मंडला जिला में त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए द्वितीय चरण का मतदान 1 जुलाई को होने जा रहा है। जिसके चलते अपने भाग्य विधाता यानी वोटरों की शरण में सभी प्रत्याशी पहुंच रहे हैं। 29 जून को जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 के दो प्रत्याशियों ने अपनी जान का खतरा बताते हुए लिखित शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी सहित पुलिस अधीक्षक मंडला से की है। जिस पर आरोप लगे है उस प्रत्याशी ने शिकायत को हार का डर और दुर्भावना बताया है। बहरहाल शिकायत सही है या गलत यह जांच का विषय है।
पहले शिकायतकर्ता बकछेरा गोंदी निवासी देवेंद्र मरावी है जिन्होंने पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी मंडला से लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि मेरे प्रतिद्वंदी शैलेश मिश्रा द्वारा पूर्व में मुझे क्षेत्र क्रमांक 1 से चुनाव ना लड़ने के लिए रोक रहे थे। बाद में मेरे निर्वाचन फार्म को रद्द कराने के लिए निर्वाचन अधिकारी से झूठी आपत्ति दर्ज कराई थी। वर्तमान जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक एक में शैलेश मिश्रा के द्वारा बाहरी प्रांत व जिला के संदिग्ध व्यक्तियों को प्रचार में बुलाया गया है, जिससे किसी अप्रिय घटना या चुनाव प्रभावित का अंदेशा बना हुआ है। देवेंद्र मरावी ने सभी पोलिंग बूथों में सीसीटीवी कैमरा लगवाने की मांग की है ताकि मतदान की निगरानी हो सके। वही यह भी आरोप लगाया है कि मेरे ऊपर किसी भी प्रकार का हमला या घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी शैलेश मिश्रा की होगी।
वहीं दूसरी शिकायत कृष्ण कुमार चौकसे ग्राम सागर के द्वारा शैलेश मिश्रा के खिलाफ लिखित तौर पर की गई है। कृष्ण कुमार चौकसे ने मंडला पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि क्षेत्र क्रमांक एक से सदस्य के लिए वे प्रत्याशी हैं और पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।उनके प्रतिद्वंदी जो धन और बलशाली हैं। इस कारण मुझे चुनाव के दौरान जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने 29 जून से 1 जुलाई तक सुरक्षा की मांग मंडला पुलिस अधीक्षक से की है।
इस पूरे मामले को लेकर मंडला क्षेत्र क्रमांक 1 जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी शैलेष मिश्रा ने फोन के माध्यम से लल्लू राम डॉट कॉम को बताया कि दोनों प्रत्याशी उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जिनका क्षेत्र में जनाधार नहीं है और वे हार के डर से इस प्रकार की झूठी शिकायत कर प्रशासन व मतदाताओं के बीच भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं। इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे झूठे और बेबुनियाद है। शैलेष ने बताया कि वे हमेशा से क्षेत्र के ग्रामीण व गरीबों की मदद करते आ रहे हैं और चुनाव के दौरान उन्हें भारी जनसमर्थन मिल रहा है। हार के डर से दोनों प्रत्याशी झूठे आरोप लगा रहे हैं। वे सभी जांच के लिए तैयार है।
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