मंसा जिले में एक किसान ने कूडनी हेड के पास नहर में छलांग लगा दी, जिसका शव कई दिनों बाद बरामद हुआ। परिवार के अनुसार, किसान फसल में पानी भर जाने से बहुत परेशान था। जाखल पुलिस ने किसान की मां के बयान के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच जारी है।

किसान की मां ने बताई पूरी घटना

मंसा के गांव कुलरिया की रहने वाली गुरमेल कौर ने बताया कि उनका बेटा जसप्रीत खेती-बाड़ी करता था। वह शादीशुदा था और उसके दो बच्चे (एक 9 साल का और दूसरा 4 साल का) थे।

गुरमेल कौर के अनुसार, 11 मार्च की शाम बलदेव, अमरीक, बिक्कर सिंह और लखविंदर सिंह ने जसप्रीत की तीन एकड़ गेहूं की फसल में जबरदस्ती पानी छोड़ दिया, जिससे पूरी फसल बरबाद हो गई। इस घटना के बाद जसप्रीत मानसिक रूप से बहुत परेशान हो गया।

शिकायत के बाद भी मिली धमकी

12 मार्च को परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार की और नुकसान की भरपाई करने का वादा किया, लेकिन साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी कि अगर शिकायत वापस नहीं ली तो अंजाम बुरा होगा।

लापता होने के बाद नहर में मिला शव

15 मार्च को जसप्रीत साइकिल लेकर यह कहकर घर से निकला कि वह खेत जा रहा है, लेकिन फिर लौटकर नहीं आया। 16 मार्च को उसकी चप्पलें और साइकिल टोहाना के कूडनी हेड के पास मिलीं।
18 मार्च को उसका शव पंजाब के सरदूलगढ़ में नहर से बरामद हुआ।

चार लोगों पर मामला दर्ज, जांच जारी

जाखल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 108, 351(3) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि पूरी घटना की बारीकी से जांच की जा रही है।