लुधियाना. पुराने कूड़े की प्रोसेसिंग से निकलने वाला वेस्ट नेशनल हाइवे की सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल होगा। इसे लेकर नगर निगम व नेशनल हाईवे अथॉरिटी के ठेकेदारों के बीच बाकायदा एग्रीमेंट हुआ है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए कमिश्नर शेना अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम द्वारा ताजपुर रोड स्थित डंप पर जमा पुराने कूड़े की प्रोसेसिंग का काम करवाया जा रहा है। इससे निकलने वाले वेस्ट की डिस्पोजल का पहलु काफी देर से लटका हुआ था।

इसे लेकर एन.एच.ए.आई. के साथ संपर्क किया गया और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमों के मुताबिक इस वेस्टेज को रोपड़ बाईपास के निर्माण के दौरान अर्थ फिलिंग के लिए इस्तेमाल करने की सहमति बनी है। जो पंजाब में अपनी तरह का पहला पैटर्न होगा और अब तक दिल्ली में ही अपनाया गया है।

नगर निगम द्वारा ताजपुर रोड डंप पर जमा पुराने कूड़े में से 5 लाख टन कुडे की प्रोसेसिंग का काम नवंबर में शुरू करवाया गया था। इसमें से 2 लाख टन कूड़े की प्रोसेसिंग का काम पूरा हो गया है। लेकिन दूसरे चरण में 20 लाख टन कूड़े की प्रोसेसिंग टेंडर प्रक्रिया में उलझी हुई है। क्योंकि एक बार लगाया गया टेंडर टेक्निकल वेल्युएशन की स्टेज पर पहुंचने के बाद कैंसिल होने के बाद अफसरों के पास इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब नही है कि नए सिरे से टेंडर कब जारी होगा। इस देरी के चक्कर में डंप पर पुराना कूड़ा जमा रहने से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश का उल्लंघन हो रहा है, जिसमें नगर निगम को भारी जुर्माना लगाने की कार्रवाई की गई थी।