दिल्ली के बवाना स्थित डीएसआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर-2 में शनिवार तड़के एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. आग बुझाने के लिए 17 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, जबकि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. फैक्ट्री से ऊंची लपटें और काले धुएं का गुबार उठता हुआ देखा गया, जिसे दमकल कर्मियों ने कड़ी मेहनत के बाद नियंत्रित किया.
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फायर डिपार्टमेंट के अनुसार, आग लगने की सूचना मिलते ही 17 दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर भेजी गईं. इमारत के अंदर हुए कुछ धमाकों के कारण यह ढह गई. विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि सुबह 4:48 बजे आग की सूचना मिलने पर सेक्टर-2 में दमकल गाड़ियां पहुंचीं. अधिकारियों के अनुसार, आग लगने के कारण इमारत के अंदर विस्फोट हुआ, जिससे इमारत ढह गई.
दिल्ली फायर सर्विस को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा
दिल्ली के गृहमंत्री आशीष सूद ने घोषणा की है कि दिल्ली फायर सर्विसेज को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. सूद ने शुक्रवार को अग्निशमन सेवा के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि फायर सेवा को नई तकनीक से सुसज्जित करने के साथ-साथ नई फायर ब्रिगेड गाड़ियों की खरीद पर भी विचार किया जा रहा है. इनमें कुछ गाड़ियां विदेशी तकनीक से और कुछ स्वदेशी तकनीक से निर्मित होंगी.
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनसंख्या के बढ़ने के साथ-साथ हमें आग पर नियंत्रण पाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग करना आवश्यक है. इसके साथ ही, दिल्ली की संकरी गलियों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में छोटी गाड़ियों के इस्तेमाल पर जोर देना होगा, ताकि आग लगने की स्थिति में त्वरित रूप से घटनास्थल पर पहुंचा जा सके. सूद ने यह भी बताया कि अग्निकांड जैसी घटनाओं के दौरान त्वरित कार्रवाई की योजना बनाना जरूरी है, ताकि दुर्घटना के समय लोगों को शीघ्रता से बचाया जा सके.
बैठक में सूद ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विस को अत्याधुनिक सेवाओं में परिवर्तित करने पर गहन चर्चा हुई. इस संदर्भ में, फायर सर्विस के निदेशक को निर्देश दिया गया है कि वे विभिन्न राज्यों की फायर सर्विस प्रणालियों का अध्ययन कर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि नई तकनीकों को दिल्ली फायर सर्विस में लागू किया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि निदेशक को अगले 15 से 20 वर्षों की योजना बनानी चाहिए, जिसमें बढ़ती जनसंख्या की आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाए.
इसके अलावा, दिल्ली फायर सर्विस को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करने के लिए फायर ब्रिगेड के बेड़े में 17 नए वाटर बाउजर, 4 एरियल वाटर टावर और 24 नए क्विक रिस्पांस वाहन शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही, फायर ब्रिगेड में कई रोबोटिक वाहनों को भी जोड़ा गया है.
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