धमतरी। जिला पंचायत सदस्य और उनके साथियों पर प्राणघातक हमला करने वाले मुख्य आरोपी रेत माफिया नागू चंद्राकर को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े जाने से पहले वह सवा महीने तक देश के आठ अलग–अलग राज्यों में छिपकर पुलिस को छकाता रहा. आखिर में अजमेर के होटल से उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली है.
बता दें कि अवैध रेत खनन की शिकायत पर जिला पंचायत सदस्य खूबलाल अपने कार्यकर्ताओं के साथ 18 जून की रात डाभा जोरातराई रेत खदान पहुंचे थे. अवैध रेत निकासी का विरोध करने पर खदान में मौजूद रेत माफिया नागू चंद्राकर ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर जिला पंचायत सदस्य और उसके साथियों पर प्राणघातक हमला करने के साथ लूटपाट किया था. इस घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए यूपी, पंजाब और मध्य प्रदेश के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. कुछ दिन बाद ही हरियाणा के एक पूर्व सैनिक और बस्तर के फारसगांव पार्षद की भी गिरफ्तारी इस मामले में हुई, लेकिन मुख्य आरोपी नागू चंद्राकर पुलिस की पकड़ से बाहर था.
गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पर लगातार बढ़ते दबाव के बीच एसपी बीपी राजभानू ने फरार नागू चंद्राकर पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया. इसके बाद भी पता नहीं चलने पर आईजी आनंद छाबड़ा ने अलग से 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. लगातार बढ़ते दबाव के बीच एसपी ने एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे एवं डीएसपी अजाक सारिका वैद्य के नेतृत्व में पुलिस की अलग–अलग टीम का गठन किया, जो फरार आरोपी की तलाश में जुट गई. पुलिस ने उसके छिपने के तमाम संभावित जगह में छापेमारी की, हजारों मोबाइल नंबरों को भी खंगाला, फिर भी उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया.
पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर अंतरराज्यीय स्तर पर मुखबिरों का जाल बिछाया. इसी बीच नागू के दिल्ली में छिपे होने की खबर मिली. लेकिन जब तक पुलिस वहाँ पहुंची तब तक वह राजस्थान के अजमेर की ओर निकल चुका था. पुलिस ने बगैर देरी किये अजमेर पहुंचकर घेराबंदी करते हुए नागू और उसके वाहन चालक तुलसीराम यादव को गिरफ्तार किया.
सवा महीने में आठ राज्यों का लगाया चक्कर
एसपी राजभानू ने बताया कि नागू चंद्राकर फरारी के बाद से उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के आठ राज्यों में छिपता-फिरता रहा. फरारी के दौरान वह अलग–अलग मोबाइल सेट और नंबर का इस्तेमाल कर नष्ट कर देता था. आखिरकार अजमेर के एक होटल से उसकी गिरफ्तारी हुई है. आरोपियों को पकड़ने में मेचका थाना प्रभारी निरीक्षक आरएन सिंह सेंगर, उप निरीक्षक नरेश बंजारे, प्रधान आरक्षक प्रदीप सिंह, प्रहलाद बंछोर, आरक्षक कुलदीप सिंह राजपूत, कमल जोशी, धीरज डड़सेना, दीपक साहू, मुकेश मिश्रा, सितलेश पटेल, झमेल सिंह राजपूत की विशेष भूमिका रही है.