पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाया है. ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने राज्य में मिशन शक्ति विभाग के तहत काम कर रहे सहायक कर्मियों के वेतन न मिलने पर ओडिशा सरकार की कड़ी आलोचना की.
उन्होंने कहा कि,
“BJP के नेतृत्व वाली राज्य सरकार मिशन शक्ति की महिलाओं का वेतन रोकने की साजिश कर रही है. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. आप सभी जानते हैं कि मिशन शक्ति में 70 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजू जनता दल ने हमेशा मिशन शक्ति की महिलाओं का समर्थन किया है.”
देंखे वीडियो, क्या कहा नवीन पटनायक ने
इस दौरान, मिशन शक्ति के सैकड़ों सहायक कर्मियों ने वेतन जारी करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. सोमवार को शून्यकाल के दौरान विपक्षी बीजेडी ने इस मुद्दे को उठाते हुए मिशन शक्ति महिलाओं का वेतन तुरंत जारी करने की मांग की. बीजेडी की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य भर में महिला स्वयं सहायता समूहों (डब्ल्यूएसएचजी) के तहत काम कर रही लगभग 60,000 महिलाओं का वेतन रोका गया है.
उन्होंने कहा कि
“पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मिशन शक्ति के माध्यम से राज्य में लगभग 70 लाख महिलाओं को सशक्त किया था. लेकिन अब वे अपनी नौकरी से निकाले जाने के डर में जी रही हैं.”
इस बीच, बीजेपी ने प्रदर्शन की निंदा करते हुए बीजेडी पर प्रदर्शनकारियों को गुमराह करने का आरोप लगाया. बीजेपी विधायक मानस कुमार दत्ता ने कहा, “मिशन शक्ति महिलाओं को वेतन न मिलने के लिए बीजेडी जिम्मेदार है, क्योंकि पिछली सरकार ने अप्रैल 2024 में समाप्त हुए सेवा समझौते को आगे नहीं बढ़ाया.”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेडी विधायक ध्रुब चरण साहू ने कहा कि मिशन शक्ति सहायक कर्मियों की सेवा को आगे नहीं बढ़ाया जा सका, क्योंकि 2024 के आम चुनावों के लिए आचार संहिता लागू थी.