वाशिंगटन. कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने लोगों की मुश्किले बढ़ा दी है. हर रोज ओमीक्रॉन के नए मरीज मिल रहे हैं. इसी बीच लोगों के लिए एक अच्छी खबर निकलकर सामने आ रही है. खबर यह है कि फाइजर की नई कोविड दवा को यूरोपीय यूनियन ड्रग रेगुलेटर ने इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. यूरोपीय संघ के दवा नियामक (EU Drug Regulator) ने तेजी से फैल रहे कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट से मुकाबले के लिए गुरुवार को सदस्य देशों को फाइजर की नई कोविड गोली का उपयोग करने की अनुमति दी है. हालांकि इसकी औपचारिक तौर पर अभी मंजूरी नहीं मिली है. बीमारी की एक नई लहर को रोकने के लिए सिर्फ आपातकालीन उपाय के रूप में इसका इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है.
इतने फीसदी तक जोखिम कम कर सकती है दवा
अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर का कहना है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट से सामना करने के लिए ये दवा एक नए प्रकार के उपचार के तौर पर है. कंपनी का दावा है कि इस दवा के जरिए अस्पताल में भर्ती होने और मरीजों में मृत्यु के जोखिम को करीब 90 फीसदी तक कम कर सकता है. यूरोपीय दवा एजेंसी (European Medicines Agency) ने कहा है कि फाइजर की दवा अभी तक यूरोपीय संघ में अधिकृत नहीं है, लेकिन इसका उपयोग कोविड-19 वाले वयस्कों के इलाज के लिए किया जा सकता है, जिन्हें सप्लीमेंटल ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है. वैसे मरीजों का इस दवा के जरिए इलाज किया जा सकता है.
पैक्सलोविड( Paxlovid) एक नए अणु, PF-07321332, और HIV एंटीवायरल रिटनवीर (Ritonavir) का एक संयोजन है, जिसे अलग-अलग गोलियों के रूप में लिया जाता है. यूरोपीय दवा एजेंसी (EMA) ने कहा कि कोविड-19 के निदान के बाद और लक्षणों की शुरुआत के पांच दिनों के भीतर पैक्सलोविड का जितनी जल्दी हो सके इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ऐसे में फाइजर की गोलियां पांच और दिनों के लिए ली जानी चाहिए.