DELHI: दिल्ली सरकार जल्द ही ‘पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड’ योजना शुरू कर रही है, जिसके तहत दिल्ली की महिलाएं DTC और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी. यह कार्ड मौजूदा कागजी टिकटों की जगह लेगा, जिससे महिलाओं को बार-बार टिकट लेने की झंझट से मुक्ति मिलेगी. जनवरी के पहले हफ्ते में दिल्ली सरकार महिलाओं के लिए पिंक सहेली स्मार्ट कार्ड योजना शुरू करने जा रही है. इस योजना के तहत महिलाएं डीटीसी और क्लस्टर बसों में बिना टिकट लिए मुफ्त सफर कर सकेंगी. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 27 दिसंबर को इसकी घोषणा की. इसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, आसान और झंझट-मुक्त सार्वजनिक परिवहन सुविधा देना है. यह योजना 2026 की शुरुआत के साथ लागू होगी और मौजूदा गुलाबी कागजी टिकट व्यवस्था को पूरी तरह डिजिटल रूप में बदलेगी. पिंक कार्ड दिखाकर वो बसों में सफर करेंगी. बताया जा रहा है कि साल 2026 की शुरुआत के साथ ही महिलाओं को यह सौगात मिलना शुरू हो जाएगी.

नए साल से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पिंक स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए काउंटर खोले जाएंगे. आवेदन के लिए दिल्ली के पते वाला आधार कार्ड सबसे अहम दस्तावेज होगा. इसके साथ निवास प्रमाण पत्र, पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड या वोटर आईडी, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा. मोबाइल नंबर ओटीपी और पंजीकरण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. सरकार ने साफ किया है कि यह कार्ड केवल दिल्ली की महिलाओं को ही जारी किया जाएगा.

कंडक्टर के पास मौजूद इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन में कार्ड टैप करते ही यात्रा दर्ज हो जाएगी. इससे टिकट लाइन, कागजी प्रक्रिया और रोजाना टिकट लेने की परेशानी खत्म होगी. सरकार का कहना है कि यह अनलिमिटेड फ्री ट्रैवल सुविधा होगी, जिससे कामकाजी महिलाएं, छात्राएं और बुजुर्ग महिलाओं को सीधे फायदा होगा. 

डीटीसी अधिकारियों के मुताबिक चयनित बैंक बस यात्रियों के लिए तीन तरह के स्मार्ट कार्ड जारी करेंगे. पहला पिंक सहेली कार्ड होगा, जो केवल दिल्ली की महिलाओं को मिलेगा. यह कार्ड 12 साल या उससे ज्यादा उम्र की लड़कियों और महिलाओं के लिए जरूरी होगा. कार्ड मिलने के बाद महिलाएं बस कंडक्टर के पास मौजूद इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ETM) में कार्ड टैप कर फ्री में सफर कर सकेंगी. दिल्ली परिवहन विभाग ने स्मार्ट कार्ड जारी करने के लिए एयरटेल पेमेंट बैंक और मफिन पेमेंट बैंक को फाइनल किया है. दूसरा कार्ड विशेष श्रेणियों जैसे दिव्यांग, बुजुर्ग, खिलाड़ी, युद्ध विधवाएं और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं के लिए होगा. तीसरा सामान्य स्मार्ट कार्ड सभी यात्रियों के लिए होगा, जो मेट्रो कार्ड की तरह काम करेगा.